सीने में दर्द होने के 4 घंटे के भीतर हार्ट अटैक से बचा सकती है एस्प्रिन की गोली

punjabkesari.in Tuesday, May 28, 2024 - 09:00 AM (IST)

नेशनल डेस्क: एस्पिरिन के सेवन से हार्ट अटैक को रोकने के बारे में कई अध्ययन पहले भी आ चुके हैं, लेकिन हाल ही एक अध्ययन में कहा गया है कि सीने में अचानक बहुत तेज दर्द होने पर इसके चार घंटों के अंदर  एस्प्रिन  की गोली ले लेनी चाहिए। इससे हार्ट अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है। जर्नल ऑफ अमरीकन हार्ट एसोसिएशन के इस अध्ययन में निष्कर्ष निकाला है कि 325 मिलीग्राम एस्पिरिन के प्रारंभिक सेवन से 2019 में अमेरिका में 13,980 एक्यूट मायोकार्डियल से होने वाली मौतों में देरी होने का अनुमान लगाया गया था।

सीने के दर्द को कम करती है 5 मिलीग्राम सोर्बिट्रेट
डॉक्टरों के मुताबिक एस्पिरिन का आपको सावधानी के साथ सेवन करना चाहिए। हालांकि यदि मरीज को सीने में असहनीय दर्द के साथ बहुत पसीना और चक्कर आने लगते हैं तो ऐसे में वे 325 मिलीग्राम की एस्पिरिन की तीन गोलियों को क्रश कर के तुरंत खा सकते हैं।  इसके अतिरिक्त वो 5 मिलीग्राम सोर्बिट्रेट को अपनी जीभ के नीचे रख सकते हैं ताकि सीने में हो रहे दर्द को कम किया जा सके।

थक्के बनने से भी रोकती हे एस्पिरिन
एक मीडिया रिपोर्ट में अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ सलाहकार और सर्जिकल प्रमुख डॉ. निरंजन हिरेमथ के हवाले से कहा गया है कि हम सीने में तीव्र दर्द, बेचैनी, बाहों, गर्दन या जबड़े में जकड़न, सांस लेने में परेशानी, पसीना या चक्कर आने जैसे लक्षणों में एस्पिरिन लेने की सलाह देते हैं, जो संभावित दिल के दौरे के संकेत हैं। उन्होंने कहा कि एस्पिरिन खून को पतला करने और थक्के बनने की प्रक्रिया को कम करने में मदद कर सकती है।

धर्मशिला नारायण अस्पताल में कार्डियोलॉजी के निदेशक और वरिष्ठ सलाहकार डॉ. समीर कुब्बा का कहना है कि  एस्पिरिन साइक्लो-ऑक्सीजिनेज को रोककर एक एंटी-प्लेटलेट एजेंट के रूप में काम करता है, जो बदले में थ्रोम्बोक्सेन ए 2 के उत्पादन को कम करता है। यह तंत्र रक्त के थक्कों के निर्माण को रोकने में मदद करता है जो कोरोनरी धमनियों को अवरुद्ध कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मृत्यु दर को कम करने और थक्का बनने की प्रगति को रोककर परिणामों में सुधार करने के लिए सीने में दर्द की शुरुआत के तुरंत बाद एस्पिरिन लेनी चाहिए।

किन लोगों नहीं देते हैं ये दवा
हालांकि जिन लोगों को एस्पिरिन से एलर्जी है, उन्हें इससे बचना चाहिए। श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट में इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी के सलाहकार डॉ. संजय परमार ने कहा कि हम अन्य गैर-स्टेरायडल सूजन-रोधी दवाओं, सक्रिय गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रक्तस्राव, रक्तस्राव विकारों वाले लोगों या गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल अल्सर या रक्तस्रावी स्ट्रोक के इतिहास वाले लोगों को एस्पिरिन से बचने की सलाह देते हैं।

एस्पिरिन के दुष्प्रभाव पर क्या कहते हैं डॉक्टर
मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, साकेत में हृदय विज्ञान के समूह अध्यक्ष डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि हालांकि एस्पिरिन के दुष्प्रभाव से रक्तस्राव या हो सकता है, लेकिन आम तौर पर एक खुराक से ऐसा नहीं होता है। उन्होंने स्वीकार किया कि पेप्टिक अल्सर के मामलों में एस्पिरिन अधिक रक्तस्राव का कारण बन सकती है। हालांकि, उन्होंने आश्वस्त किया, अगर यह दिल का दौरा है तो अस्पताल पहुंचने के लिए पर्याप्त समय होगा, उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि एस्पिरिन ऐसी आपात स्थिति में फायदेमंद हो सकती है। हालांकि, यदि रोगियों में हृदय रोग या स्ट्रोक का इतिहास नहीं है, तो उन्हें डॉक्टर की सलाह के बिना लंबे समय तक एस्पिरिन नहीं लेना चाहिए।


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Content Editor

Mahima

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