भूकंप के बाद बारिश का दर्द झेल रहा नेपाल; 90 लोगों की मौत, कई राज्य त्रस्त

punjabkesari.in Monday, Aug 03, 2015 - 08:15 PM (IST)

नई दिल्ली/श्रीनगर: नेपाल वासियों की परेशानी थमने का नाम नहीं ले रही है। भूकंप के बाद अब भयंकर बारिश ने तबाही मचा रखी है। तेज बारिश, बाढ़ और भूस्खलन की वजह से गत  2 महीनों में कम से कम 90 लोगों की मौत हो गई है।

वहीं इस बार की जबरदस्त मानसून कई लोगों के लिए आफत बनी हुई है। भारी बारिश के कारण जम्मू कश्मीर के लेह जिले में एक पूरा गांव पानी की भेंट चढ़ गया है। रविवार रात को तेज बारिश से नदी का जल स्तर बढ़ा और लेह का साबू गांव पानी से गर्क हो गया। कुछ लोगों का मानना है कि अचानक से बादल फटने से ऐसा हुआ है। गांव में कई लोग फंसे हुए हैं जिनमें विदेशी पर्यटक भी हैं।  

वहीं पश्चिम बंगाल के 12 जिलों में बाढ़ आ गई है। दुर्गापुर बैराज से पानी छोड़े जाने से हावड़ा, हुबली, बर्दवान, दक्षिण 24 परगना और पश्चिमी मिदनापुर में जिलों में हालात खराब हैं। करीब 2.14 लाख लोग रिलीफ कैंपों में हैं। कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बर्दवान जिले में बाढ़ से निपटने के लिए आर्मी को बुलाया गया है। 

बारिश और बाढ़ के कारण मणिपुर में 30 साल बाद ऐसी बाढ़ आई है। बता दें कि शनिवार शाम लैंड स्लाइड के कारण चंदेल जिले में 21 लोगों की मौत हो गई थी।  गुजरात में बाढ़ के बाद आर्मी की 24 टीमें रेस्क्यू का काम कर रही हैं। बनासकांठा और भुज में करीब एक हजार लोगों को रिलीफ कैंपों में ले जाया गया है। गुजरात के 14 जिलों में बाढ़ आ गई है। इससे 40 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं।

उधर,राजस्थान में बाढ़ जैसे हालात के बीच चार लोग बह गए हैं। बीकानेर के करणपुर शहर में सबसे ज्यादा पांच सेमी बारिश दर्ज की गई है। यहां के 12 से ज्यादा गांवों में बाढ़ के हालात हैं।  मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में भारी बारिश की संभावना जताई है। पश्चि बंगाल, ओडिशा, झारखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, मराठवाड़ा, विदर्भ और तेलंगाना के अनेक इलाकों के लिए खास चेतावनी दी गई है।

 

 

 

 

 

 

 


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