एप्पल के CEO टिम कुक ने कहा, भारत के बाजार में एप्पल की हिस्सेदारी कम लेकिन यहां गुंजाइश अधिक
punjabkesari.in Friday, Nov 03, 2023 - 12:34 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: एप्पल कंपनी अपने हाई वैल्यू के लिए जानी जाती है। ऐसे उत्पाद पूरी दुनिया में मशहूर होने के साथ-साथ हमेशा डिमांड में भी रहते हैं। एप्पल की शेयर वैल्यू भी काफी ज्यादा है। लेकिन आप क्या जानते हैं कि एप्पल की हिसदारी भारत में काफी कम है। एप्पल के CEO टिम कुक ने भारत को कंपनी का एक मुख्य केंद्र करार देते हुए कहा कि तकनीकी जाइंट की देश के बड़े बाजार में ‘‘ हिस्सेदारी कम '' है, जबकि वहां ‘‘काफी गुंजाइश'' तथा ‘‘सकारात्मकता'' है। भारत का बाजार काफी बड़ा है। वीरवार को कुक ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘ एप्पल ने भारत में सबसे ज्यादा रेवेन्यू कमाया है। हम दोहरे अंकों में मजबूत हुए। यह हमारे लिए अविश्वसनीय रूप से रोमांचक बाजार है और हम प्राथमिकता से वहां ध्यान दे रहे हैं।''
उन्होंने कहा कि एप्पल की ‘‘ बड़े बाजार में हिस्सेदारी कम है और इसलिए ऐसा लगता है कि वहां काफी संभावनाएं हैं।'' कुक भारत में हार्डवेयर इकाइयों की गति व वृद्धि के अवसर पर किए एक सवाल पर यह बात कही। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एप्पल भारत में ‘‘ एक असाधारण बाजार देखता है। कई लोग मध्यम वर्ग श्रेणी में आ रहे हैं, वितरण बेहतर हो रहा है, बहुत सारी सकारात्मकताएं हैं।'' कंपनी ने मुंबई और दिल्ली में दो खुदरा स्टोर स्थापित किए हैं। इस पर कुक ने कहा, ‘‘वे हमारी उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। यह अब भी शुरुआती दौर में है, लेकिन उन्होंने अच्छी शुरुआत की है और इस समय चीजें जिस तरह से जारी हैं उससे मैं काफी खुश हूं।''
एप्पल ने अपने वित्त वर्ष 2023 की 30 सितंबर को समाप्त हुई चौथी तिमाही के वित्त परिणामों की घोषणा की। कंपनी ने इस तिमाही 89.5 अरब अमेरिकी डॉलर का राजस्व दर्ज किया। यह पिछल साल से एक प्रतिशत कम है, जब राजस्व 90.1 अरब अमेरिकी डॉलर रहा था। कुक ने कहा कि एप्पल ने भारत में ‘‘ अभी तक का रिकॉर्ड राजस्व '' हासिल किया। साथ ही ब्राजील, कनाडा, फ्रांस, इंडोनेशिया, मैक्सिको, फिलीपीन, सऊदी अरब, तुर्किये, संयुक्त अरब अमीरात और वियतनाम सहित कई देशों में सितंबर तिमाही में रिकॉर्ड राजस्व हासिल किया गया। पिछले कुछ वर्षों में भारत और चीन में एप्पल की विकास गति के बीच तुलना पर किए एक सवाल पर कुक ने कहा, ‘‘ प्रत्येक देश की स्थिति अलग होती है और इसमें तुलना नहीं की जानी चाहिए।''