पाकिस्तान को 40 चीनी जे-35 जेट, भारत की पांचवीं पीढ़ी एक दशक दूर: वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारियों का बयान आया सामने
punjabkesari.in Friday, Jun 20, 2025 - 12:40 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पाकिस्तान को मिलेंगे 40 जे-35 स्टील्थ जेट चीन पाकिस्तान को 40 जे-35 स्टील्थ फाइटर जेट देने जा रहा है। ये जेट पांचवीं पीढ़ी की तकनीक से लैस होंगे। ये खबर भारतीय रक्षा विशेषज्ञों को चिंता में डालने वाली है। पाकिस्तान के पास इससे पहले कभी भी स्टील्थ तकनीक नहीं रही है। इस डील के बाद वह उन चुनिंदा देशों में शामिल हो जाएगा जिनके पास यह तकनीक है। भारत को अब भी स्टील्थ फाइटर का इंतजार भारतीय वायुसेना के पास इस समय कोई भी स्टील्थ फाइटर जेट नहीं है। भारत का खुद का फाइव्थ जनरेशन प्रोजेक्ट ‘एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट’ यानी AMCA अभी डेवलपमेंट स्टेज में है। इसका पहला प्रोटोटाइप 2028-29 तक तैयार होने की संभावना है और इसे पूरी तरह से सेवा में आने में 2035 तक का समय लग सकता है।
चीन में ट्रेनिंग ले रहे पाकिस्तानी पायलट रिटायर्ड ग्रुप कैप्टन अजय अहलावत के मुताबिक पाकिस्तान के पायलट पिछले 6 महीनों से चीन में J-35 की ट्रेनिंग ले रहे हैं। चीन पाकिस्तान को FC-31 वर्जन देगा, जो J-35 का थोड़ा कमजोर एक्सपोर्ट वर्जन है। फिर भी ये भारत के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। स्टील्थ तकनीक भारत के लिए सिरदर्द? J-35 की डिलीवरी से पाकिस्तान की हवाई ताकत को बढ़त मिल सकती है। भारतीय वायुसेना अब तक तकनीक, ट्रेनिंग और विविध इन्वेंट्री के बल पर पाकिस्तान से बेहतर मानी जाती थी। लेकिन स्टील्थ जेट इस बढ़त को चुनौती दे सकते हैं।
Su-57 को खरीदने की सलाह रिटायर्ड एयर मार्शल संजीव कपूर ने कहा कि भारत को जब तक AMCA तैयार नहीं हो जाता, तब तक एक विकल्प तलाशना होगा। उन्होंने रूसी Su-57 जेट को सरकार-टू-गवर्मेंट डील के तहत खरीदने की सिफारिश की, ताकि भारत का फाइटर गैप कुछ हद तक कम हो सके। उन्होंने ये भी कहा कि Su-57 हमारी तकनीक से ज्यादा मेल खाता है और कुछ मामलों में ये F-35 से भी बेहतर है।
AMCA में है भारत की उम्मीद हालांकि ग्रुप कैप्टन अहलावत ने Su-57 को खारिज करते हुए कहा कि भारत पहले ही इस प्रोजेक्ट का हिस्सा रह चुका है और $350 मिलियन खर्च करने के बाद इससे बाहर निकल गया। उन्होंने कहा कि AMCA ही सबसे अच्छा विकल्प है और इसे मिशन मोड में तेज़ी से आगे बढ़ाया जाना चाहिए।
दो बुरे विकल्पों में कौन कम खराब? अहलावत का मानना है कि अगर मजबूरी में किसी विकल्प को चुनना पड़े तो F-35, Su-57 से बेहतर है क्योंकि यह एक सिद्ध और ऑपरेशनल प्लेटफॉर्म है। उन्होंने Su-57 के कम उत्पादन और रूस की सीमित उपलब्धता को लेकर भी सवाल उठाए।
अब भारत के पास क्या विकल्प हैं?
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AMCA प्रोजेक्ट को तेज़ी से बढ़ाया जाए
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अस्थायी रूप से F-35 जैसे सिद्ध विमान पर विचार हो
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पाकिस्तान को जवाब देने के लिए निगरानी, मिसाइल डिफेंस और AI आधारित टैक्टिक्स पर काम हो