एयर इंडिया एक्सप्रेस ने इंजन मरम्मत में देरी की, फर्जी रिकॉर्ड बनाए, DGCA की सख्त फटकार और जांच शुरू
punjabkesari.in Friday, Jul 04, 2025 - 05:19 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारतीय विमानन नियामक नागरिक उड्डयन महानिदेशक कार्यालय (DGCA) ने एयर इंडिया एक्सप्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि एयरबस A320 विमान के इंजन घटकों को तय समय पर ठीक नहीं किया गया। नियामक के अनुसार, एयरलाइन ने सुरक्षा नियमों का उल्लंघन किया और अपनी मरम्मत रिपोर्ट में जानबूझकर गड़बड़ी की। DGCA ने इस चूक का पता लगाकर एयर इंडिया एक्सप्रेस को सख्त फटकार लगाई है। DGCA के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि एयरबस A320 के इंजन के हिस्सों को समय पर बदला नहीं गया। इसके बावजूद एयर इंडिया एक्सप्रेस ने ऐसे रिकॉर्ड बनाए कि जैसे मरम्मत समय पर हो गई हो। यह रिकॉर्ड विमान रखरखाव के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले AMOS सॉफ्टवेयर में संशोधित किए गए। यह फर्जीवाड़ा विमान की सुरक्षा को खतरे में डालने वाला गंभीर मामला है।
एयर इंडिया एक्सप्रेस का बयान
एयरलाइन ने एक बयान में कहा कि उसने अपनी गलती को स्वीकार किया है और सुधारात्मक कदम उठाए हैं। उन्होंने बताया कि तकनीकी टीम ने सॉफ्टवेयर में रिकॉर्ड माइग्रेशन के कारण हुई गलती को सुधार लिया है। हालांकि, DGCA की शिकायतों को एयरलाइन ने सीधे तौर पर स्वीकार नहीं किया। एयर इंडिया एक्सप्रेस ने इस मामले में गुणवत्ता प्रबंधक को पद से हटाया और डिप्टी निरंतर उड़ान योग्यता प्रबंधक को निलंबित किया है।
DGCA की सख्ती और जांच प्रक्रिया
DGCA ने मार्च 2023 में एयर इंडिया एक्सप्रेस को नोटिस भेजकर इस मामले की जांच शुरू की। साथ ही, एक तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई जिसमें सहायक सुरक्षा आयुक्त, सहायक वाणिज्य प्रबंधक और जीआरपी के पुलिस उपाधीक्षक शामिल हैं। इस कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
टाटा समूह की चुनौतियां और सुरक्षा पर असर
यह घटना एयर इंडिया के टाटा समूह के अधिग्रहण के बाद आई पहली बड़ी सुरक्षा चूक नहीं है। टाटा समूह ने एयर इंडिया को एक विश्वसनीय और प्रतिष्ठित एयरलाइन बनाने का लक्ष्य रखा है। लेकिन इस तरह की घटनाओं से उनकी योजना को चुनौती मिल रही है। खासकर इस साल जून में अहमदाबाद में हुई ड्रीमलाइनर दुर्घटना के बाद से एयरलाइन की सुरक्षा प्रक्रियाओं की कड़ी जांच हो रही है।
DGCA ने हाल ही में एयर इंडिया को अन्य मामलों में भी चेतावनी दी है। इसमें तीन एयरबस विमानों के एस्केप स्लाइड चेक में देरी और पायलटों की ड्यूटी टाइमिंग नियमों का उल्लंघन शामिल है। 2023 में अब तक 23 सुरक्षा उल्लंघनों के मामले सामने आए हैं जिनमें आधे से ज्यादा एयर इंडिया या एयर इंडिया एक्सप्रेस से जुड़े हैं।
विमान सुरक्षा विशेषज्ञ की राय
पूर्व विमान दुर्घटना जांच अधिकारी विभूति सिंह ने इस मामले को गंभीर बताया है। उनका कहना है कि इंजन मरम्मत में देरी और रिकॉर्ड में हेराफेरी से विमान के परिचालन जोखिम बढ़ जाते हैं। खासकर जब विमान समुद्र के ऊपर या प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र के पास उड़ान भर रहा हो, तब यह स्थिति बेहद खतरनाक हो जाती है।