पहलगाम हमले पर सख्त QUAD: कहा- बिना देरी दोषियों को मिले दंड", चीन को भी लगाई फटकार
punjabkesari.in Wednesday, Jul 02, 2025 - 12:53 PM (IST)

Washington: चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद समूह ‘QUAD' ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की साजिश रचने वालों, उसे अंजाम देने वालों और इसके वित्त पोषकों को बिना किसी देरी के न्याय के कठघरे में लाने का आह्वान किया तथा संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों से इस संबंध में सहयोग बढ़ाने की अपील की। QUAD के सदस्य देशों अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान के विदेश मंत्रियों ने इस वर्ष के अंत में भारत में होने वाले समूह के वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए व्यापक एजेंडा तय करने के वास्ते मंगलवार को अमेरिका की राजधानी में बैठक की। ‘क्वाड' सदस्य देशों ने 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई का दृढ़तापूर्वक समर्थन किया।
पहलगाम हमले में 26 लोग मारे गए थे। हालांकि, संयुक्त बयान में मंत्रियों ने पाकिस्तान का या मई में भारतीय और पाकिस्तानी सेनाओं के बीच चार दिन तक चले सैन्य संघर्ष का जिक्र नहीं किया। बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर, अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो, ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग और जापान में उनके समकक्ष ताकेशी इवाया शामिल हुए। ‘क्वाड' देशों के विदेश मंत्रियों ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की ‘‘कड़े से कड़े शब्दों में'' निंदा की, जिसमें 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की जान चली गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे। विदेश मंत्रियों ने कहा, ‘‘हम मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और सभी घायलों के शीघ्र एवं पूरी तरह से स्वस्थ होने की कामना करते हैं।''
उन्होंने कहा, ‘‘हम इस निंदनीय कृत्य के अपराधियों, इसे अंजाम देने वालों और वित्तपोषकों को बिना किसी देरी के न्याय के कठघरे में लाने का आह्वान करते हैं और संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों से आग्रह करते हैं कि वे अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों के तहत अपने दायित्वों के अनुसार इस संबंध में सभी संबंधित प्राधिकारों के साथ सक्रिय रूप से सहयोग करें।''‘क्वाड' समूह के विदेश मंत्रियों ने पूर्वी चीन सागर और दक्षिण चीन सागर में चीन बढ़ती सैन्य की स्थिति को लेकर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने चीन का सीधे-सीधे उल्लेख किए बिना कहा, ‘‘हम किसी भी एकतरफा कार्रवाई का कड़ा विरोध दोहराते हैं जिसमें बलपूर्वक या जबरन यथास्थिति को बदलने की कोशिश की जा रही हो।'' ‘क्वाड' की बैठक में इस साल मुंबई में ‘‘भविष्य के क्वाड बंदरगाह'' साझेदारी शुरू करने की योजना की भी घोषणा की गई।
क्वाड' के विदेश मंत्रियों ने विशेष रूप से ‘‘खतरनाक और उकसावे वाली कार्रवाइयों पर प्रकाश डाला, जिसमें तट से दूर संसाधन विकास में हस्तक्षेप, नौवहन और क्षेत्र के ऊपर से विमानों के आवागमन की स्वतंत्रता में बार-बार बाधा डालना और सैन्य विमानों एवं तट रक्षक तथा समुद्री मिलिशिया जहाजों द्वारा खतरनाक युद्धाभ्यास शामिल हैं।'' समुद्री मिलिशिया जहाज आम तौर पर असैन्य जहाज होते हैं, जो प्रायः मछली पकड़ने में इस्तेमाल होते हैं लेकिन ये चीन के सैन्य और अर्द्धसैनिक अभियानों में मदद करते हैं। विदेश मंत्रियों ने कहा, ‘‘हम विवादित स्थलों के सैन्यीकरण से गंभीर रूप से चिंतित हैं। हम समुद्री कानून पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (यूएनसीएलओएस) में परिलक्षित नियमों के अनुरूप नौवहन और उड़ान की स्वतंत्रता, समुद्र के अन्य वैध उपयोगों तथा अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुरूप निर्बाध वाणिज्य को बनाए रखने के महत्व पर बल देते हैं।'' ‘