ड्रोन निर्माता DJI सहित 8 और चीनी कंपनियों को ब्लैकलिस्ट करेगा अमेरिका

punjabkesari.in Wednesday, Dec 15, 2021 - 12:39 PM (IST)

वॉशिंगटनः चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच  अमेरिका  कई चीनी फर्मों को ट्रेड ब्लैकलिस्ट में डाल चुका है।  फाइनेंशियल टाइम्स (FT)  के मुताबिक  इसी क्रम में  संयुक्त राज्य अमेरिका इस सप्ताह दुनिया की सबसे बड़ी वाणिज्यिक ड्रोन निर्माता DJI टेक्नोलॉजी कंपनी लिमिटेड सहित आठ चीनी कंपनियों को ब्लैकलिस्ट करने की तैयारी में है।

 

FT की रिपोर्ट में कहा गया है कि यू.एस. ट्रेजरी उइगर मुस्लिम अल्पसंख्यको के मानवाधिकार मामलों को लेकर गुरुवार को इन कंपनियों को ब्लैकलिस्ट में डाल देगा। इसी के चलते अमेरिकी निवेशकों को इस सूची में शामिल कंपनियों की लगभग 60 फर्मों में हिस्सेदारी लेने से रोक दिया गया है । फिलहाल DJI के प्रवक्ता ने FT रिपोर्ट पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया  है। वहीं अमेरिकी ट्रेजरी ने  भी टिप्पणी के लिए रॉयटर्स के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया।

 

FT की सूची में ब्लैकलिस्ट होने वाली  कंपनियों मेंं वाणिज्यिक ड्रोन निर्माता DJI टेक्नोलॉजी कंपनी लिमिटेड , इमेज-रिकग्निशन सॉफ्टवेयर फर्म मेगवी, सुपरकंप्यूटर निर्माता डॉनिंग इंफॉर्मेशन इंडस्ट्री, फेशियल रिकग्निशन स्पेशलिस्ट क्लाउडवॉक टेक्नोलॉजी, साइबर सिक्योरिटी ग्रुप ज़ियामेन मेया पिको,  आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी यितु टेक्नोलॉजी,  क्लाउड कंप्यूटिंग फर्म लियोन टेक्नोलॉजी और नेटपोसा आदि के नाम शामिल हैं।

 

गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र विशेषज्ञों और अधिकार समूहों का अनुमान है कि चीन के सुदूर-पश्चिमी क्षेत्र शिनजियांग में हाल के वर्षों में एक लाख से अधिक लोगों, मुख्य रूप से उइगर और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों को  हिरासत शिविरों में रखा गया है।  कुछ विदेशी सांसदों और संसदों ने शिविरों के अंदर जबरन नसबंदी और मौतों के सबूतों का हवाला देते हुए उइगरों पर अत्याचारों को नरसंहार के रूप में चिह्नित किया है।  हालंकि चीन इन दावों का खंडन करता है और कहता है कि उइगर जनसंख्या वृद्धि दर राष्ट्रीय औसत से ऊपर है।

 


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Content Writer

Tanuja

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