Iran-Israel conflict Update:  अमेरिका ने इजराइल पर छोड़े 80 से अधिक ईरानी ड्रोन और  6 मिसाइलें की नष्ट

punjabkesari.in Monday, Apr 15, 2024 - 11:19 AM (IST)

वाशिंगटन:  मध्य पूर्व के कट्टर  दुश्मन देशों ईरान और इजराइल  के बीच खुले युद्ध छिड़ने से जहां दुनिया टेंशन में है वहीं अमेरिका में खींचतान के खतरे ने इस क्षेत्र को खतरे में डाल दिया है।  वैश्विक शक्तियों और अरब देशों से आगे बढ़ने से बचने के लिए संयम बरतने का आह्वान किया जा रहा है। दरअसल, ईरान ने एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए रविवार तड़के इजराइल पर हमला कर दिया और उस पर सैंकड़ों ड्रोन, बैलेस्टिक मिसाइल तथा क्रूज मिसाइल दागीं। एक सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइल दागी गईं जिनमें से 99 प्रतिशत को हवा में ही नष्ट कर दिया गया। 

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  • इस बीच अमेरिका ने इजराइल पर ईरान द्वारा छोड़े गए 80 से अधिक ड्रोन और कम से कम छह बैलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराया। पेंटागन ने रविवार को यह जानकारी दी। अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने बताया कि इसमें एक बैलिस्टिक मिसाइल और यमन के हूती नियंत्रित इलाकों में नष्ट किए गए सात मानवरहित यान या ड्रोन शामिल हैं जिन्हें छोड़ने से पहले ही नष्ट कर दिया गया।
     
  • ईरान ने इजराइल पर 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें दागीं जिसे तेहरान ने सीरिया में ईरान के दूतावास पर एक अप्रैल को किए उसके हमले की प्रतिक्रिया बताया है।  ईरान के इजराइल पर ड्रोन हमलों के बाद व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को चेतावनी दी है कि अगर इजराइल जवाबी कार्रवाई करने का फैसला करता है तो अमेरिका ईरान के खिलाफ जवाबी हमले में भाग नहीं लेगा।
     
  • जी-7 देशों के नेताओं ने इजराइल के खिलाफ ईरान के सीधे और अप्रत्याशित हमलों की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए रविवार को कहा कि इस घटनाक्रम के कारण क्षेत्र में अनियंत्रित तनाव बढ़ने का खतरा है। इजराइल ने इस हमले को संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून का ‘‘स्पष्ट उल्लंघन'' बताया और ईरान पर क्षेत्रीय अस्थिरता को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। वहीं, ईरान ने कहा कि उसने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के तहत आत्मरक्षा के अधिकार का प्रयोग करते हुए यह अभियान शुरू किया।   
     
  • संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इन हमलों के मद्देनजर एक आपातकालीन बैठक बुलाने का फैसला किया है ताकि इस मामले पर चर्चा की जा सके। ईरान ने इजराइल पर 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें दागीं। ईरान ने कहा कि उसने यह हमला सीरिया में उसके वाणिज्य दूतावास पर एक अप्रैल हुए हमले के जवाब में किया। इजराइली सेना ने रविवार को कहा कि शनिवार देर रात ईरान ने हमला किया और उस पर सैंकड़ों ड्रोन, बैलेस्टिक मिसाइल तथा क्रूज मिसाइल दागीं।  
     
  •  इजराइल और ईरान स्थित भारतीय दूतावासों ने ईरान के अप्रत्याशित मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद अपने नागरिकों के लिए रविवार को एक नया ‘‘महत्वपूर्ण परामर्श'' जारी कर उन्हें शांतचित्त रहने और सुरक्षा प्रोटोकॉल के पालन की सलाह दी। इसी के साथ अतिरिक्त हेल्पलाइन नंबर भी शुरू किए हैं। सीरिया की राजधानी दमिश्क स्थित ईरान के राजनयिक मिशन पर एक अप्रैल को कथित तौर पर इजराइल द्वारा किए गए हमले और उसके दो शीर्ष कमांडरों की मौत होने के जवाब में ईरान और उसके प्रतिनिधियों ने शनिवार देर रात इजराइल पर 330 मिसाइलें दागी और ड्रोन हमले किए।
     
  • ईरान द्वारा शनिवार-रविवार की दरमियानी रात किए गए हमलों के बाद इजराइल में भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए एक नया ‘महत्वपूर्ण परामर्श' जारी किया। भारतीय दूतावास ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किए ‘महत्वपूर्ण परामर्श' में कहा, ‘‘क्षेत्र में हाल की घटनाओं के मद्देनजर इजराइल में सभी भारतीय नागरिकों को शांत रहने और स्थानीय प्राधिकारियों द्वारा जारी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी जाती है। 
     
  • ईरान की राजधानी तेहरान स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर जानकारी दी कि अतिरिक्त हेल्पलाइन नंबर सक्रिय किए गए हैं। किसी भी सहायता के लिए, कृपया दूतावास से +989128109115; +989128109109; +989932179567; +989932179359; +98-21-88755103-5; नंबरों पर या कांस डॉट तेहरान एट एमईए डॉट जीओवी डॉट इन पर संपर्क करें।''
     
  • उसी दिन, तेल अवीव स्थित भारतीय दूतावास ने भी ईरान द्वारा जवाबी हमले की बढ़ती आशंकाओं के बीच एक परामर्श जारी किया था जिसमें अपने नागरिकों को सलाह दी गई थी कि वे ‘‘अनावश्यक यात्रा से बचें, शांत रहें और स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करें।'' नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत इजराइल और ईरान के बीच बढ़ती शत्रुता से गंभीर रूप से चिंतित है, जिससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को खतरा है।
     
  • यह पहली बार है जब ईरान ने अपनी धरती से इजराइल पर हमला किया है। इजराइल पर सैकड़ों मिसाइल दागे जाने के बावजूद किसी भी देश ने अभी तक अपने नागरिकों को बाहर निकालने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। अमेरिका समेत उनमें से कुछ देशों ने परामर्श जारी किए हैं। इजराइल में विद्यालयों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों ने सोमवार तक अपनी गतिविधियां निलंबित कर दी हैं, लेकिन सरकारी कार्यालय और निजी व्यवसाय बड़े पैमाने पर सामान्य रूप से काम कर रहे हैं और सरकार ने सभी को घरेलू स्तर पर जारी किए जा रहे दिशानिर्देशों का पालन करने का निर्देश दिया है।  

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Content Writer

Tanuja

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