ट्रंप की EU को चेतावनी- 'Google, Apple पर ज्यादा जुर्माना लगाया, तो अमेरिका करेगा जवाबी कार्रवाई'
punjabkesari.in Saturday, Sep 06, 2025 - 01:14 AM (IST)

वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय संघ (EU) द्वारा अमेरिकी टेक कंपनियों पर लगाए गए भारी जुर्मानों को "भेदभावपूर्ण" (Discriminatory) बताया है। उन्होंने शुक्रवार को धमकी दी कि अगर यह सिलसिला जारी रहा तो वे ट्रेड जांच (Trade Investigation) शुरू करेंगे ताकि इन जुर्मानों को “रद्द” किया जा सके।
किस बात पर भड़के ट्रंप?
ट्रंप ने कहा कि Google, Apple और अन्य अमेरिकी टेक कंपनियों पर यूरोपीय यूनियन अनुचित और पक्षपाती तरीके से जुर्माने लगा रही है। उन्होंने इसे अमेरिकी प्रतिभा और इनोवेशन पर हमला बताया। यह चेतावनी Truth Social पर पोस्ट की गई, जो ट्रंप का खुद का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है।
ट्रंप ने क्या कहा?
ट्रंप ने Truth Social मीडिया पर लिखा, यूरोप ने आज एक और महान अमेरिकी कंपनी, गूगल पर 3.5 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया, जिससे वह पैसा छीन लिया गया जो अन्यथा अमेरिकी निवेश और रोज़गार के लिए जाता। यह उन कई अन्य जुर्मानों और करों के अतिरिक्त है जो गूगल और अन्य अमेरिकी तकनीकी कंपनियों पर लगाए गए हैं। यह बहुत ही अनुचित है और अमेरिकी करदाता इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे! जैसा कि मैंने पहले कहा है, मेरा प्रशासन इन भेदभावपूर्ण कार्रवाइयों को बर्दाश्त नहीं करेगा। उदाहरण के लिए, एप्पल को 17 अरब डॉलर का जुर्माना भरने के लिए मजबूर किया गया, जो मेरे विचार से, नहीं लगाया जाना चाहिए था - उन्हें अपना पैसा वापस मिलना चाहिए! हम शानदार और अभूतपूर्व अमेरिकी प्रतिभा के साथ ऐसा नहीं होने दे सकते और अगर ऐसा हुआ, तो मुझे इन करदाता अमेरिकी कंपनियों पर लगाए जा रहे अनुचित दंड को रद्द करने के लिए धारा 301 के तहत कार्यवाही शुरू करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इस मामले पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद!
क्या है Section 301?
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Section 301 अमेरिका के ट्रेड कानून का एक हिस्सा है, जिसके तहत अगर कोई देश अमेरिकी कंपनियों या व्यापार के साथ भेदभाव करता है, तो अमेरिका उस देश के खिलाफ जांच, प्रतिबंध या टैक्स लागू कर सकता है।
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ट्रंप ने अपने पिछले कार्यकाल में भी चीन के खिलाफ इसी सेक्शन का इस्तेमाल किया था, जिसके तहत टैरिफ और व्यापारिक प्रतिबंध लगाए गए थे।
EU ने क्यों लगाए जुर्माने?
हाल ही में यूरोपीय यूनियन ने Google, Apple, Meta (Facebook की पैरेंट कंपनी) और Amazon जैसी कंपनियों पर एंटी-ट्रस्ट लॉ (प्रतिस्पर्धा विरोधी कानून) के उल्लंघन के आरोप में अरबों डॉलर के जुर्माने लगाए हैं। EU का कहना है कि ये कंपनियां अपने मार्केट प्रभुत्व का दुरुपयोग करती हैं, जिससे छोटे बिज़नेस और उपभोक्ताओं को नुकसान होता है।