7 भारतीय विमानों को कबाड़ में बदल दिया, UN के मंच पर खुलेआम झूठ बोलते पकड़े गए शहबाज शरीफ
punjabkesari.in Friday, Sep 26, 2025 - 10:49 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को कहा कि उनका देश सभी लंबित मुद्दों पर भारत के साथ ‘‘समग्र, व्यापक और परिणामोन्मुखी'' बातचीत के लिए तैयार है। उन्होंने कश्मीर की स्थिति को लेकर भारत की आलोचना भी की। संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 80वें सत्र की आम बहस को संबोधित करते हुए शरीफ ने ‘ऑपरेशन सिंदूर' का भी जिक्र किया और दावा किया कि मई में चार दिनों तक चले संघर्ष के दौरान ‘‘सात भारतीय विमान क्षतिग्रस्त हुए थे।''
एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने पिछले महीने कहा था कि भारतीय विमानों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पांच पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों और एक बड़े विमान को मार गिराया था। पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में सात मई को शुरू किए गए इस अभियान के दौरान भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ढांचों को निशाना बनाया था। पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे।
शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान ‘‘बातचीत और कूटनीति के जरिए विवादों के शांतिपूर्ण समाधान'' में विश्वास करता है। उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया भर के राष्ट्रों की इस प्रतिष्ठित सभा के समक्ष यह मेरा सबसे ईमानदार और गंभीर प्रस्ताव है। पाकिस्तान सभी लंबित मुद्दों पर भारत के साथ एक समग्र, व्यापक और परिणामोन्मुखी वार्ता के लिए तैयार है।''
यह समग्र वार्ता 2003 में शुरू हुई थी जब जनरल परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान के राष्ट्रपति थे। इसके आठ खंड थे, जिनमें दोनों देशों के बीच के सभी विवादास्पद मुद्दे शामिल थे। 2008 के मुंबई हमलों के बाद यह वार्ता पटरी से उतर गई और फिर बहाल नहीं हो पाई। अपने संबोधन में, शरीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके ‘‘शांति प्रयासों ने दक्षिण एशिया में एक युद्ध को टालने में मदद की।''
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे क्षेत्र में शांति को बढ़ावा देने में राष्ट्रपति ट्रंप के अद्भुत और उत्कृष्ट योगदान के सम्मान में, पाकिस्तान ने उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया है। कम से कम हम इतना तो कर ही सकते हैं... मुझे लगता है कि वह सचमुच शांति के प्रतीक हैं।'' भारत लगातार यह कहता रहा है कि पाकिस्तान के साथ शत्रुता समाप्त करने पर सहमति दोनों सेनाओं के सैन्य संचालन महानिदेशकों के बीच सीधी बातचीत के बाद बनी थी। पाकिस्तानी नेता ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद सिंधु जल संधि को स्थगित रखने के भारत के फैसले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे लिए, इस सिंधु संधि का कोई भी उल्लंघन युद्ध की कार्रवाई है।''
जैसा कि पाकिस्तान हर साल करता है, शरीफ ने अपने संबोधन में कश्मीर का मुद्दा उठाया। शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान के लोग कश्मीर के लोगों के साथ खड़े हैं और ‘‘संयुक्त राष्ट्र के तत्वावधान में निष्पक्ष जनमत संग्रह के माध्यम से कश्मीर को आत्मनिर्णय का मौलिक अधिकार प्राप्त होगा।'' गाजा को लेकर उन्होंने कहा कि फलस्तीनी जनता की दुर्दशा हमारे समय की ''सबसे हृदयविदारक त्रासदियों'' में से एक है।