तुर्की को अपना ''आका'' बनाकर चारों तरफ घिरा पाक, सऊदी अरब और ईरान ने दिया बड़ा झटका

punjabkesari.in Friday, Oct 30, 2020 - 12:39 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: पैगंबर मोहम्‍मद साहब के कार्टून को लेकर तुर्की और फ्रांस के बीच छिड़ी जंग में पाकिस्‍तान कूदता दिखाई दे रहा है। प्रधानमंत्री इमरान खान ने फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैनुअल मेक्रों पर आरोप लगाया कि वह 'जानबूझकर' अपने नागरिकों समेत मुस्लिमों को भड़का रहे हैं। हालांकि इमरान खान को यह अंदाजा नहीं था कि फ्रांस के खिलाफ दिया गया बयान उन्ही पर भारी पड़ जाएगा। 

 

पाकिस्‍तान के हाथ लगी निराशा 
खबरों से मिली जानकारी के अनुसार तुर्की से दोसती बढ़ाने के चलते सऊदी अरब और ईरान ने पाकिस्तान से दूरी बना ली है। इसीका नतीजा है कि दोनों देशों ने पाकिस्‍तानी दूतावासों को 27 अक्‍टूबर को जम्‍मू-कश्‍मीर के भारत में विलय के दिन पर काला दिवस मनाने की अनुमति नहीं दी। सऊदी अरब और ईरान के इस कदम से पाकिस्‍तान को बड़ी निराशा हाथ लगी है।

 

ईरान ने स्वीकार नहीं किया पाक का प्रस्‍ताव
सूत्रों के मुताबिक ईरान में पाकिस्‍तानी दूतावास ने तेहरान यूनिवर्सिटी में काला दिवस मनाने के लिए एक कार्यक्रम करने का प्रस्‍ताव दिया था, जिसे स्वीकार नहीं किया गया, इसके बाद पाकिस्‍तानी दूतावास को केवल एक ऑनलाइन सेमिनार करने के लिए मजबूर होना पड़ा। दरअसल, सऊदी और ईरान के पैसे पर पलने वाले पाकिस्‍तान ने अब तुर्की को अपना 'आका' बना लिया है। इसका नतीजा यह हुआ कि दोनों देशों के साथ पाकिस्‍तान के रिश्‍तों में तनाव बढ़ गया है। 

 

तुर्की कर रहा पाक का समर्थन 
बता दें कि तुर्की मुसलमानों का नया खलीफा बनना चाह रहा है और पाकिस्‍तान उसकी मदद करने में लगा है। इसके बदले में पाकिस्‍तान को कश्‍मीर समेत भारत को घेरने वाले कई मुद्दों पर समर्थन मिल रहा है और घातक हथियार भी मिल रहे हैं। पाकिस्‍तान तुर्की से ऐसे रेडॉर लेने की फिराक में है जो उसे आतंकवादियों को कश्‍मीर में भेजने में मदद करेगा। एफएटीएफ में अकेले तुर्की ने पाकिस्‍तान को ग्रे लिस्‍ट से निकालने का समर्थन किया था। 
 


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vasudha

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