पाकिस्तान में बारिश  का कहर, सिंध के 50 से ज्यादा गांव बाढ़ में डूबे

punjabkesari.in Sunday, Jul 31, 2022 - 02:20 PM (IST)

पेशावर: पाकिस्तान में इन दिनों बाढ़  के कहर का सामना कर रहा है। बाढ़ का सबसे ज्यादा असर बलूचिस्तान और सिंध प्रांत में देखने को मिला है। यहां भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति भी भयावह बनती जा रही है।बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोग अपनी जान बचाने के लिए पहाड़ियों और अन्य सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हैं। बलूचिस्तान से अचानक आई बाढ़ के बाद पाकिस्तान के सिंध  प्रांत में 30 गांव जलमग्न हो गए हैं, जिससे पहाड़ी क्षेत्र में डूबे गांवों की कुल संख्या 50 हो गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बलूचिस्तान में मूसलाधार बारिश जारी रहने और अचानक बाढ़ आई जिस कारण निकटवर्ती कंबार-शाहदादकोट और दादू जिले के कछो के पहाड़ी क्षेत्र में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया जिससे इन क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ।

   

ARY न्यूज के मुताबिक, स्थानीय सूत्रों ने कहा कि प्रभावित इलाकों के लोग अपनी जान बचाने के लिए पहाड़ियों और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हुए हैं। बाढ़ प्रभावित एक गांव में 70 साल की एक बुजुर्ग और बीमार महिला को चिकित्सकीय मदद नहीं मिली जिससे उसकी मृत्यु हो गई। पाकिस्तान में विशेष रूप से बलूचिस्तान में इस साल मानसून के मौसम में अप्रत्याशित रूप से भारी बारिश हुई है। पाकिस्तान के आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि भारी बारिश और बाढ़ में 19 और लोगों की मौत हो गई। 

 

इसके अलावा बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं। स्थानीय मीडिया ने पाकिस्तान के आपदा प्रबंधन अधिकारियों के हवाले से बताया कि पिछले 24 घंटों में एक परिवार के नौ लोग बाढ़ में बह गए। डान की खबर के मुताबिक मृतकों में सात बच्चे और एक महिला शामिल हैं। इसके अलावा खैबर पख्तूनख्वा में बाढ़ व एक मकान की छत गिरने से कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और 17 घायल हो गए हैं।

 

साथ ही पिछले 36 घंटों में बाढ़ में लगभग 100 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, पाकिस्तान की सरकार ने भारी बारिश को देखते हुए बलूचिस्तान प्रांत में धारा 144 लागू कर दी है। बलूचिस्तान के मुख्य सचिव अब्दुल अजीज उकाली ने कहा हा कि एक जून से अब तक बारिश ने 124 लोगों की जान ले ली है और सूबे में 10,000 घरों को नुकसान पहुंचा है। बाढ़ से लगभग 565 किमी सड़कें और 197,930 एकड़ कृषि भूमि क्षतिग्रस्त हो गई, जबकि 712 पशुधन भी मारे गए हैं। 


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Content Writer

Tanuja

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