दुनिया का सबसे ताकतवर रॉकेट स्टारशिप फिर हुआ क्रैश, स्पेस में खोया कंट्रोल, देखें Video

punjabkesari.in Wednesday, May 28, 2025 - 08:45 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क। दुनिया के सबसे ताकतवर रॉकेट स्टारशिप की नौवीं टेस्ट फ्लाइट आज तड़के 5 बजे टेक्सास के बोका चिका से लॉन्च की गई। हालांकि लॉन्च होने के करीब 20 मिनट बाद ही इसमें तकनीकी खराबी आ गई। इसके इंजन में खराबी आने और फ्यूल लीक होने के बाद अनियंत्रित होकर स्टारशिप का ऊपरी फेज नष्ट हो गया। इस तरह के हुए पहले दो टेस्ट भी पूरी तरह से असफल रहे थे दोनों ही बार फ्लाइट्स आग के गोले में बदल गई थीं। इसके बाद सबकी नजरें स्पेसएक्स के इस नए लॉन्च पर थीं। माना जा रहा था कि इसका सफल होना एलन मस्क के एक बड़े सपने के पूरा होने जैसा होगा लेकिन इस बार भी एलन मस्क का लोगों को चांद और मंगल पर पहुंचाने का सपना अधूरा ही रह गया।

धरती पर वापसी से पहले हुआ क्रैश

स्पेसएक्स ने आज तड़के दक्षिण टेक्सास के बोका चिका बीच के निकट कंपनी के स्टारबेस केंद्र से अपनी नौवीं परीक्षण उड़ान के लिए अपने स्टारशिप सुपर हैवी रॉकेट का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया। यह बहुप्रतीक्षित प्रक्षेपण भारतीय समयानुसार आज तड़के 5 बजे हुआ।

स्टारशिप के जरिए एलन मस्क चांद और मंगल ग्रह पर लोगों को बसाने के सपने को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं। इस कार्यक्रम का नाम ‘रोड टु मेकिंग लाइफ मल्टीप्लैनेरी’ रखा गया है। मस्क ने लॉन्चिंग से पहले सोमवार को कहा था कि स्टारशिप मंगल ग्रह की यात्रा 6 महीने में कर सकता है जबकि पहले यह सोचा जा रहा था कि इसमें 10 साल लगेंगे।

 

 

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इस मिशन को ‘स्टारशिप फ्लाइट 9’ नाम दिया गया था जिसमें सुपर हेवी बूस्टर और शिप 35 का उपयोग किया गया। सुपर हेवी बूस्टर इससे पहले फ्लाइट 7 में उड़ान भर चुका है और यह उसकी दूसरी उड़ान थी। पहले की कुछ उड़ानों में तकनीकी गड़बड़ियों के कारण मिशन असफल रहे थे इस बार उड़ान ने कई अहम पड़ाव सफलतापूर्वक पार किए। लेकिन लॉन्चिंग के कुछ समय बाद स्टारशिप ने अपना नियंत्रण खो दिया जिसके चलते पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश करने पर यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। स्पेसएक्स ने पुष्टि की है कि स्टारशिप रॉकेट पृथ्वी पर वापसी के दौरान टूटकर बिखर गया। इसे हिंद महासागर में उतारने की तैयारी थी।

स्पेसएक्स ने कहा - 'फ्लाइट टेस्ट सफल नहीं रहा'

स्टारशिप के क्रैश होने के बाद स्पेसएक्स ने 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा कि फ्लाइट टेस्ट उम्मीद के मुताबिक सफल नहीं रहा स्टारशिप को एक तेज अनिर्धारित विघटन का अनुभव हुआ। टीमें डेटा की समीक्षा करना जारी रखेंगी और हमारे अगले उड़ान परीक्षण की दिशा में काम करेंगी। इस तरह के परीक्षण के साथ हम जो सीखते हैं उससे सफलता मिलती है और आज का परीक्षण हमें स्टारशिप की विश्वसनीयता को बेहतर बनाने में मदद करेगा क्योंकि स्पेसएक्स जीवन को बहुग्रहीय बनाने का प्रयास कर रहा है। 

दुनिया का सबसे ताकतवर रॉकेट

स्टारशिप मेगारॉकेट दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे शक्तिशाली लॉन्च व्हीकल है जिसे धरती की कक्षा, चंद्रमा, मंगल और उससे आगे तक क्रू और कार्गो ट्रांसपोर्ट के लिए डिजाइन किया गया है। यह एक सुपर हैवी बूस्टर और स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट से बना एक रियूजेबल (पुनः प्रयोज्य) सिस्टम है। स्टारशिप पृथ्वी पर प्वाइंट-टू-प्वाइंट ट्रांसपोर्ट में भी सक्षम है। इसके सफल होने से दुनिया के किसी भी कोने में एक घंटे या उससे कम समय में यात्रा करना संभव हो सकेगा।


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Content Editor

Rohini Oberoi

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