Video: पूर्व CIA अधिकारी का खुलासाः पाकिस्तान दुनिया का खुला आतंक का अड्डा, बताया यहां कैसे चलती आतंकी साजिशें
punjabkesari.in Sunday, May 25, 2025 - 12:37 PM (IST)

Washington: पूर्व अमेरिकी खुफिया अधिकारी और आतंकवाद विशेषज्ञ ब्रूस राइडल ने पाकिस्तान को वैश्विक आतंकवाद का सबसे बड़ा राज्य संरक्षक बताया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में आतंकी संगठनों को खुली छूट मिलती है और वहां के कुछ प्रमुख आतंकी नेता खुलेआम अपनी गतिविधियां करते हैं। ब्रूस राइडल ने खासतौर पर लश्कर-ए-तैबा (LeT) के प्रमुख का उल्लेख किया, जिन पर अमेरिकी सरकार ने 1 करोड़ डॉलर का इनाम रखा है। राइडल ने कहा कि यह आतंकी नेता पाकिस्तान में ही रहता है और राष्ट्रीय टीवी पर हर हफ्ते देखा जाता है। यह स्थिति पाकिस्तान की आतंकवाद को लेकर दोहरी नीति को दर्शाती है।
⚡ Former CIA officer Bruce Riedel says Pakistan is the biggest state sponsor of global terrorism, noting that the leader of Lashkar-e-Taiba, who has a $10 million bounty on his head, lives in Pakistan and appears on national TV every week. pic.twitter.com/XwE8YP040n
— OSINT Updates (@OsintUpdates) May 25, 2025
राइडल ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद अपनी भूमिका नहीं बदल रहा है और कई आतंकवादी समूहों को संरक्षण दे रहा है। उन्होंने कहा कि लश्कर-ए-तैबा जैसे संगठन पाकिस्तान के अंदर सुरक्षित हैं और वहां की एजेंसियां उनकी गतिविधियों पर नजर रखती हैं लेकिन रोकथाम नहीं करतीं। अमेरिकी खुफिया विशेषज्ञ ने यह भी कहा कि पाकिस्तान का यह रवैया दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए सबसे बड़ी बाधा है। राइडल के अनुसार, आतंकवाद को पनाह देने वाले पाकिस्तान जैसे देशों के खिलाफ सख्त वैश्विक कदम उठाने की जरूरत है ताकि अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
बता दें कि पिछले कई वर्षों से पाकिस्तान पर यह आरोप लगते रहे हैं कि वह कुछ आतंकवादी समूहों को शरण देता है और उनका इस्तेमाल क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय राजनीति में करता है। भारत समेत कई देशों ने पाकिस्तान से इन समूहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। हालांकि पाकिस्तान बार-बार इन आरोपों को खारिज करता रहा है और आतंकवाद के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता जताता रहा है। ब्रूस राइडल के इस बयान ने फिर से वैश्विक मंच पर पाकिस्तान की भूमिका को सवालों के घेरे में ला दिया है। अमेरिका और अन्य पश्चिमी देश आतंकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाने के लिए पाकिस्तान पर दबाव बनाते रहे हैं, लेकिन पाकिस्तान की नीतियों में कोई खास बदलाव नहीं दिखा है। इससे क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा को गंभीर खतरा बना हुआ है।