S-400 नहीं, जानिए दुनिया का सबसे खतरनाक एयर डिफेंस सिस्टम क्यों है THAAD?

punjabkesari.in Tuesday, May 13, 2025 - 01:51 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: आज के समय में जब मिसाइल हमले युद्ध नीति का सबसे खतरनाक हिस्सा बन चुके हैं, तो एयर डिफेंस सिस्टम किसी भी देश की सुरक्षा का सबसे अहम हथियार बन गया है। इस क्षेत्र में दो सिस्टम सबसे ज्यादा चर्चा में रहते हैं – अमेरिका का THAAD और रूस का S-400। दोनों अपनी-अपनी खासियतों के लिए मशहूर हैं लेकिन अक्सर सवाल उठता है – इनमें से ज्यादा खतरनाक कौन है?
इस रिपोर्ट में हम दोनों सिस्टम की बारीकी से तुलना करेंगे ताकि आप खुद तय कर सकें कि कौन ज्यादा घातक और उन्नत है।

THAAD सिस्टम क्या है?

THAAD का पूरा नाम है – Terminal High Altitude Area Defense. इसे अमेरिका की प्रमुख रक्षा कंपनी Lockheed Martin ने अमेरिकी सेना के साथ मिलकर तैयार किया है। इसका मकसद है – बैलिस्टिक मिसाइलों को वायुमंडल से बाहर या बेहद ऊंचाई पर ही खत्म कर देना।

  • कहां तैनात है: अमेरिका, दक्षिण कोरिया, जापान, इज़रायल, UAE

  • मुख्य ताकत: हिट-टु-किल तकनीक, अंतरिक्ष में इंटरसेप्शन

S-400 सिस्टम क्या है?

S-400 Triumf रूस का मल्टी-लेयर एयर डिफेंस सिस्टम है जिसे Almaz-Antey कंपनी ने बनाया है। यह लंबी दूरी की मिसाइलों के साथ-साथ एयरक्राफ्ट और ड्रोन जैसे कई लक्ष्यों को एक साथ मार गिरा सकता है।

  • कहां तैनात है: रूस, भारत, चीन, तुर्किये

  • मुख्य ताकत: मल्टी-टारगेट ट्रैकिंग और 400 किमी तक की रेंज

THAAD बनाम S-400 – सीधी तुलना

विशेषता 🇷🇺 S-400 🇺🇸 THAAD
निर्माता Almaz-Antey (रूस) Lockheed Martin (अमेरिका)
मुख्य उद्देश्य मल्टी-रेंज एयर डिफेंस बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस
रेंज (दूरी) 400 किमी तक 200 किमी तक
इंटरसेप्ट ऊंचाई 30-40 किमी 150 किमी (अंतरिक्ष तक)
तकनीक मल्टी टारगेट, गाइडेड मिसाइल्स "हिट टू किल" (सीधी टक्कर)
लक्ष्य एयरक्राफ्ट, ड्रोन, क्रूज़ मिसाइल सिर्फ बैलिस्टिक मिसाइल
रडार क्षमता शक्तिशाली लेकिन सीमित AN/TPY-2 रडार, 1000 किमी से ट्रैकिंग
तैनाती के देश भारत, चीन, रूस, तुर्किये अमेरिका, जापान, इज़रायल, दक्षिण कोरिया
ऑपरेशन एरिया वायुमंडल के अंदर वायुमंडल के बाहर भी 

THAAD क्यों है ज्यादा खतरनाक?

1. अंतरिक्ष तक सुरक्षा कवच

THAAD किसी भी मिसाइल को धरती पर गिरने से पहले, 150 किलोमीटर की ऊंचाई पर ही खत्म कर सकता है, जो S-400 के मुकाबले करीब 4 गुना ज्यादा है।

2. हिट-टु-किल तकनीक

इसमें कोई विस्फोट नहीं होता, बल्कि मिसाइल सीधी टक्कर से दुश्मन की मिसाइल को हवा में ही चूर-चूर कर देती है। यह तकनीक बेहद सटीक मानी जाती है।

3. सिर्फ बैलिस्टिक मिसाइल के लिए बना

जहां S-400 कई तरह के लक्ष्यों को संभालता है, THAAD सिर्फ बैलिस्टिक मिसाइल को नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यानी ज्यादा स्पेशलाइज्ड और सटीक।

4. रडार सिस्टम जो 1000 किमी दूर तक देख सके

इसमें लगा AN/TPY-2 X-band रडार इतना तेज है कि मिसाइल लॉन्च के कुछ सेकेंड में ही उसे ट्रैक कर सकता है, वो भी हजार किलोमीटर दूर से।


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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