मूविंग बम: कंगाल पाकिस्तान में प्लास्टिक बैग में हो रही कुकिंग गैस की सप्लाई !
punjabkesari.in Sunday, Jan 01, 2023 - 03:31 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः क्या आपने कभी प्लास्टिक की थैली में किसी को LPG ले जाते देखा है तो आपका जवाब 'नहीं' होगा। लेकिन, पाकिस्तान में ये अब आम हो गया है। यहां सबसे ज्यादा गैस उत्पादक प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में परेशान लोग थैलियों में गैस भराकर खाना पका रहे हैं। इस प्रांत में गैस सिलेंडर आम लोगों की पहुंच से दूर है। जानकार इसे चलता-फिरता बम बता रहे हैं। श्रीलंका के बाद अब पाकिस्तान आर्थिक तंगी के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। पाकिस्तान में रसोई गैस की कीमतें आसमान छू रही हैं जिस कारण यह आम लोगों की पहुंच से काफी दूर हो गई है।
#Pakistan With no natural gas supply to homes, residents of Karak, carry gas for their household needs in plastic bags. They are literally moving bombs. Karak has huge estimated reserves of oil and gas, while to the #Karak people legal gas connections are not provided since 2007. pic.twitter.com/FMphcH6nUa
— Ghulam Abbas Shah (@ghulamabbasshah) December 29, 2022
लगातार बढ़ रही महंगाई ने इतने हालात इतने बिगाड़ दिए हैं कि लोगों को प्लास्टिक की थैलियों में रसोई गैस बेचने और खरीदने पर मजबूर कर दिया है। जी हां पाकिस्तान में लोग अब थैलियों में एलपीजी यानि कुकिंग गैस भरकर लेकर जा रहे हैं। पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई के दौर में गैस भंडारण में कमी आई है। घटते गैस भंडार ने अधिकारियों को घरों, फिलिंग स्टेशनों और औद्योगिक इकाइयों को आपूर्ति कम करने के लिए मजबूर कर दिया है। एक बड़ी आबादी के पास गैस कनेक्शन नहीं है। गैस की कमी और उच्च दरों पर मिल रही कुकिंग गैस व पेट्रोलियम उत्पादों भी एक बड़ी वजह है कि लोग ऐसे तरीके अपनाने को मजबूर हैं। सिलेंडर की ऊंची कीमत इसे लोगों के लिए और ज्यादा मुश्किल बना रही है।
500 से 900 रुपये में मिल रही थैलियों में गैस
सिलेंडरों के महंगे दाम होने की वजह से प्लास्टिक थैली में गैस 500 से 900 रुपये तक में मिल रही है. इनकी कीमत अलग-अलग थैलियों की साइज पर निर्भर करती है. इसे भरने वाला कंप्रेशर 1,500 से 2,000 रुपये में उपलब्ध है। एक रिपोर्ट के मुताबिक कॉमर्शियल गैस सिलेंडर करीब 10,000 पाकिस्तानी रुपए में मिलता है, जिसे खरीदना हर किसी के बस में नहीं है।
खैबर पख्तूनख्वाह ही गैस का सबसे बड़ा उत्पादक
बता दें कि सबसे ज्यादा गैस का उत्पादन खैबर पख्तूनख्वाह में ही होता है। 2020 में 85 लाख बैरल से ज्यादा का तेल उत्पादन हुआ था जबकि 64,967 मिलियन क्यूबिक फीट गैस भी यहीं के पांच फील्ड से निकली थी। बावजूद इसके यहां के इलाकों में लोग प्लास्टिक बैग में गैस लेने को मजबूर हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पख्तूनख्वा के कराक जिले में 2007 से लोगों को गैस कनेक्शन नहीं दिए गए हैं, वहीं जहां पड़ोस के हांगू जिले की सप्लाई लाइन से गैस मिलती है वो भी पिछले 2 सालों से टूटी पड़ी है। जिस जगह पाइप टूटी है वहां लोग 2 घंटे लंबी लाइनों में लगकर प्लास्टिक में गैस भरके ले जाते हैं।
प्लास्टिक की थैलियों में ऐसे हो रही सप्लाई
गैस पाइपलाइन नेटवर्क से जुड़ी दुकानों में प्लास्टिक की थैलियों में एक कंप्रेशर की मदद से 2 किलोग्राम, 3 किलोग्राम के हिसाब से LPG भर कर दी जा रही है। इन थैलियों के मुंह पर नॉजेल और वॉल्व को टाइट करके लगा दिया जाता है। पाकिस्तानी मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक 3 से 4 किलोग्राम गैस की थैली भरने में एक घंटे का समय लगता है। LPG से भरी ये गैस की थैलियां फिर लोगों को बेची दी जाती हैं जो अपनी रसोइयों में एक छोटे से इलेक्ट्रिक सक्शन पंप की मदद से इन थैलियों को गैस सिलेंडर की तरह यूज करते हैं।