जो बाइडन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोरोना वैक्सीन साझा करने की घोषणा की, जानिए भारत को क्या मिलेगा
punjabkesari.in Thursday, Jun 03, 2021 - 11:07 PM (IST)

वाशिंगटनः अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने देश में कोविड-19 टीके की अतिरिक्त 75 प्रतिशत खुराकें संयुक्त राष्ट्र के सहयोग वाली ‘कोवैक्स' पहल को आवंटित करने की योजना की बृहस्पतिवार को घोषणा की। इसके तहत अतिरिक्त 2.5 करोड़ खुराकों में पहली किस्त के तौर पर करीब 1.9 करोड़ खुराकें दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया के साथ अफ्रीका के लिए आवंटित की जाएंगी।
US will share 80 million doses of our vaccine supply with the world. Out of this, nearly 19 million will be shared through COVAX, incl approx 6 million doses for Latin America & Caribbean, approx 7 million for South & Southeast Asia, and approx 5 million for Africa: US President pic.twitter.com/RGar1yWOvB
— ANI (@ANI) June 3, 2021
अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दुनिया के तीन अन्य नेताओं से इस संबंध में बातचीत की और उन्हें बताया कि अमेरिका संबंधित देशों को कोविड-19 रोधी टीके की 2.5 करोड़ खुराकें साझा करेगा।
राष्ट्रपति बाइडन ने एक बयान में विस्तार से बताया कि अमेरिका 2.5 करोड़ टीकों का आवंटन किस प्रकार करेगा। बाइडन ने कहा, ‘‘कम से कम 75 प्रतिशत खुराकें- करीब 1.9 करोड़ खुराकें ‘कोवैक्स' पहल के जरिए साझा की जाएंगी। इसमें लातिन अमेरिका और कैरेबियाई क्षेत्र को साठ लाख, दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया को 70 लाख और करीब पचास लाख खुराकें अफ्रीका को दी जाएंगी।''
बाइडन ने कहा, ‘‘बाकी साठ लाख खुराकें सीधे उन देशों को दी जाएंगी जहां पर संक्रमण के मामले बढ़े हैं, जो संकट में हैं। इसमें अमेरिका अपने भागीदार और कनाडा, मैक्सिको समेत पड़ोसियों, भारत और कोरिया गणराज्य को टीके देगा।'' पिछले कुछ समय से बाइडन प्रशासन पर भारत जैसे देशों में अतिरिक्त खुराकें भेजने के लिए लगातार दबाव बढ़ रहा था जहां टीके की किल्लत पैदा हो गई है।
बाइडन ने कहा, ‘‘हम कनाडा और मैक्सिको के साथ 40 लाख से ज्यादा खुराकें पहले ही साझा कर चुके हैं और पिछले महीने मैंने घोषणा की थी कि जून अंत तक अमेरिका दुनिया के साथ आठ करोड़ खुराकें साझा करेगा।'' उन्होंने कहा कि महामारी को खत्म करने और वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा की बेहतरी के लिए मजबूत अमेरिकी नेतृत्व बहुत जरूरी है।