तालिबान नेताओं के साथ ISI चीफ फैज हमीद पढ़ रहा नमाज, फोटो हुई वायरल
punjabkesari.in Monday, Aug 23, 2021 - 10:35 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: जब से अफगानिस्तान में तालिबान का राज वापस आया है, तब से दुनियाभर में चर्चा है कि तालिबान को अफगानिस्तान में सत्ता दिलाने के पीछे पाकिस्तानी सेना और उसकी खुफिया एजैंसी इंटर सर्विसेस इंटैलीजैंस (ISI) ही हैं क्योंकि बिना दोनों की मदद के तालिबान इतनी आसानी से अफगानिस्तान में महज हफ्ते भर में कब्जा नहीं कर सकता था। पाकिस्तान बार-बार कह रहा है कि उसका तालिबान से कोई लेना-देना नहीं है लेकिन उसका झूठ पकड़ा गया है। इस बार सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है जिसमें ISI का चीफ फैज हमीद तालिबान की टॉप लीडरशिप के साथ नमाज अदा कर रहा है।
ट्विटर यूजर्स का दावा है कि वायरल तस्वीर में तालिबान के सह-संस्थापक मुल्ला अब्दुल गनी बरादर और शेख अब्दुल हकीम भी शामिल हैं। वायरल तस्वीर में अब्दुल गनी बरादर नमाज पढ़ रहा है और उसके साथ तस्वीर में और 7 लोग दिख रहे हैं। ये सब मुल्ला बरादर के खासमखास और स्टाफ हैं। ये लोग मुल्ला बरादर के साथ तब से हैं जब वह कतर के दोहा में था। अभी यह साफ नहीं हुआ है कि फोटो असली है या इसको फोटोशॉप किया गया है लेकिन इस फोटो पर सोशल मीडिया पर जमकर बहस छिड़ गई है।
अभी मुल्ला बरादर सरकार बनाने के लिए काबुल में है और ISI चीफ फैज हमीद इस्लामाबाद में इसलिए इस तस्वीर के पुराना होने के चांस ज्यादा हैं, यानी यह तस्वीर तब की हो सकती है जब अब्दुल गनी बरादर दोहा में था। फोटो के नया, पुराना या एडिटिंग पर विवाद हो सकता है लेकिन इस पर शायद ही किसी को शक हो कि तालिबान की पाकिस्तान ने खूब मदद की है। पाकिस्तानी सेना, ISI और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन तालिबान की चोरी-छिपे मदद करते रहे हैं, इस बात की तस्दीक अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी भी कई बार कर चुके हैं।
पाक बनेगा पहला ‘अतिथि देश’
यह तस्वीर ऐसे समय में सामने आई है, जब यह तय है कि पाकिस्तान तालिबान के कब्जे वाले अफगानिस्तान का पहला ‘अतिथि देश’ होगा। सूत्रों से अहम जानकारी मिली है कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी तालिबान नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर के शपथ समारोह में शामिल होंगे।
भारत के खिलाफ साजिश?
मुल्ला बरादर और ISI प्रमुख फैज हमीद की एक साथ तस्वीर आने के बाद भारत की चिंता बढ़ गई है कि क्या अफगानिस्तान में तख्तापलट के बाद तालिबान ISI के साथ मिलकर कोई साजिश रच रहा है।