तबाह हो चुके इंडोनेशिया में फिर सुनामी का खतरा, 429 तक पहुंची मृतकों की संख्या

punjabkesari.in Tuesday, Dec 25, 2018 - 01:30 PM (IST)

जकार्ताः इंडोनेशिया में ज्वालामुखी फटने के बाद आई भयंकर सुनामी के बाद बाद यहां हर ओर तबाही का मंजर नजर आ रहा है।  इस आपदा में अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 429 हो गई है। बचाव कार्यकर्ता और हजारों सैनिक अभी भी मलबे में तब्दील समुद्र तटों पर पीड़ितों की तलाश में जुटे हुए हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता बताया कि 128 लोग लापता हैं और 1,459 लोग घायल हुए हैं। एजेंसी का कहना है कि लापता लोगों की बड़ी संख्या को देखते हुए मृतकों की संख्या में और इजाफा होने की आशंका है। भूगर्भ विज्ञानियों ने आगाह करते हुए कहा है कि यहां फिर से सुनामी आ सकती है। वैसे तो सुनामी भूकंप के कारण आती है लेकिन विशेषज्ञों के मुताबिक इस बार संभवतः अनक क्राकोटाओ ज्वालामुखी में विस्फोट के कारण आई  जिस वजह से निकट भविष्य में सुनामी का खतरा बना हुआ है। इसकी वजह देश में 127 ऐक्टिव ज्वालामुखी का होना है जो पैसिफिक ओसन के 'रिंग ऑफ फायर' में स्थित हैं जहां ज्वालामुखी विस्फोट अक्सर होता रहता है। 
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इंग्लैंड की पोर्ट्समाउथ यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रिचर्ड टियू के मुताबिक, क्राकोटाओ ज्वालामुखी अभी भी भड़क रहा है, इसके चलते फिर से समुद्र तल पर भूस्खलन की स्थिति पैदा हो सकती है। 1883 में क्राकोटाओ ज्वालामुखी के फटने के बाद करीब 36 हजार लोगों की जान चली गई थी।बता दें कि शनिवार को अनाक क्राकाटोआ ज्वालामुखी के फटने के बाद स्थानीय समयानुसार रात साढ़े नौ बजे दक्षिणी सुमात्रा और पश्चिमी जावा के पास समुद्र की ऊंची लहरें तटों को पार कर आगे बढ़ीं जिससे सैकड़ों मकान नष्ट हो गए। इस भयावह सुनामी ने चारों तरफ तबाही मचाई, जिसमें जान-माल की काफी क्षति हुई है। आपदा प्रबंधन एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी डोडी रूसवांडी ने कहा, ‘सेना और पुलिस मलबे की तलाश कर रही है ताकि हम अन्य पीड़ितों को ढूंढ पाएं।
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इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने भी सोमवार को इलाके का दौरा किया। सुनामी से सबसे ज्यादा प्रभावित बांतेन क्षेत्र के इंडोनेशियन मेडिकल एसोसिएशन ने कहा कि डॉक्टरों, मेडिकल सप्लाई को प्रभावित इलाकों में भेजा गया है। एसोसिएशन ने कहा कि मृतकों में ज्यादातर घरेलू पर्यटक शामिल हैं, जो क्रिसमस आने से पहले बीचों पर घूमने गए हुए थे। देश की मौसम एजेंसी के वैज्ञानिकों ने कहा कि अनाक क्राकाटोआ ज्‍वालामुखी के फटने के बाद समुद्र के नीचे मची तेज हलचल सुनामी की वजह हो सकती है।

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Tanuja

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