चीन का काला सचः वुहान में कोरोना से 3200 नहीं, 42 हजार लोगों की हुई मौत

punjabkesari.in Monday, Mar 30, 2020 - 02:02 PM (IST)

 

बीजिंगः कोरोना वायरस ने सबसे पहले चीन के वुहान में तबाही मचाई और देश के हजारों लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। कोरोना के केंद्र बने वुहान में वायरस से कितनी मौतें हुईं, इसको लेकर रहस्‍य गहराता जा रहा है। वुहान के स्‍थानीय लोगों ने वायरस के मौतों को लेकर चौंकाने वाला खुलासा करते हुए सरकार के दावों को झूठा बताया है। लोगों का मानना है कि चीनी अधिकारियों के दावे के विपरीत यहां पर कम से कम 42 हजार लोगों की मौत हुई। इससे पहले चीन के अधिकारियों ने दावा किया था कि वुहान में मात्र 3200 लोगों की मौत हुई थी।

 

चीन के हुबेई प्रांत के वुहान शहर की मार्केट से शुरू हुए कोरोना वायरस से चीनी अधिकारियों के मुताबिक अब तक पूरे देश में 3300 लोगों की मौत हो गई जबकि 81 हजार लोग संक्रमित हुए हैं। इनमें से 3,182 लोगों की केवल हुबेई प्रांत में मौत हुई। इस बीच वुहान के स्‍थानीय नागरिकों ने दावा किया है कि 500 अस्थि कलश हर दिन मृतकों के परिवारों वालों को दिया जा रहा है। अस्थि कलश देने का यह सिलसिला सात अलग-अलग अंतिम संस्‍कार स्‍थलों से जारी है। इस आंकड़े से अनुमान लगाएं तो हरेक 24 घंटे में 3500 लोगों को अस्थि कलश दिए गए। हांकू, वुचांग और हनयांग में लोगों को कहा गया है कि उन्‍हें 5 अप्रैल तक अस्थि कलश दिए जाएंगे। इसी दिन किंग मिंग महोत्‍सव शुरू होने जा रहा है जिसमें लोग अपने पूर्वजों की कब्र पर जाते हैं। पर आई हैं जब करीब दो महीने के लॉकडाउन के बाद जनता को छूट दी गई है। जिन लोगों के पास ग्रीन हेल्‍थ सर्टिफिकेट है, उन्‍हें जाने की अनुमति दी गई है।

 

इस तरह से अनुमान लगाएं तो अगले 12 दिनों में 42 हजार अस्थि कलश वितरित किए जाएंगे। इससे पहले की रिपोर्ट में कहा गया था कि हांकू में ही केवल दो बार में 5000 हजार अस्थि कलश दिए गए थे। यह खबरें ऐसे समय वुहान के रहने वाले झांग कहते हैं कि चीन सरकार की ओर से दिया गया मौतों का आधिकारिक आंकड़ा सही नहीं है क्‍योंकि लाशों को जलाने वाले 24 घंटे काम कर रहे हैं। उन्‍होंने सवाल किया कि अगर इतनी कम मौतें हुई हैं तो अंतिम संस्‍कार करने वालों को 24 घंटे काम क्‍यों करना पड़ रहा है।

 

वुहान के रहने वाले माओ ने कहा कि संभवत: अधिकारी धीरे-धीरे मौतों का सही आंकड़ा जारी कर रहे हैं। यह जानबूझकर है या बिना जानबूझकर, ताकि लोग धीरे-धीरे वास्‍तविकता को स्‍वीकार कर लें। हुबेई प्रांत के एक सूत्र ने कहा कि कई लोग तो बिना आधिकारिक रूप से इलाज के ही अपने घरों में मर गए। उन्‍होंने कहा कि एक महीने में ही 28 हजार लोगों का अंतिम संस्‍कार किया गया। इस बीच अगर चीन के आधिकारिक आंकड़ों को मानें तो इटली और अमेरिका अब चीन से भी आगे न‍िकल चुके हैं। इटली में 10 हजार लोगों की मौत हो गई है जबकि 97 हजार लोग संक्रमित हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Tanuja

Recommended News

Related News