चीन ने दलाई लामा को लेकर किया नया खुलासा
punjabkesari.in Tuesday, May 02, 2017 - 12:26 PM (IST)
बीजिंगः चीन की मीडिया की ओर से नया खुलासा हुआ है जिसके अनुसार, देश की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने कुछ अधिकारियों पर दलाई लामा के लिए फंडिग करने का आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि दान के रूप में धन देकर दलाई लामा को वित्तीय सहायता दी जा रही है।
चीन के ग्लोबल टाइम्स में छपी रिपोर्ट के अनुसार, ‘एक सीनियर अनुशासन निरीक्षण अधिकारी ने ‘14वें दलाई लामा को कथित रूप से धन दान करने के लिए कुछ पार्टी अधिकारियों को यह कहकर उकसाया है कि इससे पार्टी की अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई को कम किया जा सकता है। तिब्बत में ‘अनुशासन देखरेख’ के प्रमुख एस वांग योंगजुन ने बताया कि कुछ पार्टी अधिकारियों ने महत्वपूर्ण राजनीतिक मामलों व देश के अलगवावाद विरोधी संघर्ष को नजरअंदाज किया है। हालांकि इस रिपोर्ट में उन अधिकारियों के नामों व पदों का उल्लेख नहीं किया गया है।
1959 में चीन से भारत चले जाने के बाद यह पहला मौका है जब दलाई लामा के साथ चीनी अधिकारियों के संबंधों का यहां की मीडिया ने खुलासा किया है। पार्टी के पत्रिका में कल छपे एक आलेख में वांग ने लिखा है कि कुछ ने तो 14वें दलाई लामा को धन दान में दिया है ताकि वे अवैध भूमिगत संस्थानों से मिल जाएं। कुछ पार्टी सदस्य तो राजनीतिक अखंडता को बनाए रखने में असफल हो रहे हैं और पूरी तरह राजनीतिक अनुशासन को नजरअंदाज कर रहे हैं इससे पार्टी की एकता प्रभावित होने के साथ अलगाववाद से लड़ाई की क्षमता भी कम हो रही है।
14वें दलाई लामा को चीन राजनीतिक निर्वासन के तौर पर देखता है जिन्होंने धर्म की आड़ में चीन से तिब्बत को अलग करने का प्रयास किया। हाल के वर्षों में 81 वर्षीय अपने नेता की वापसी की मांग करते हुए 120 से अधिक तिब्बतियों विशेषकर सन्यासियों ने आत्महत्या कर ली। हाल के दलाई लामा के अरुणाचल प्रदेश दौरे से भारत और चीन के बीच खटास आई है क्योंकि चीन इस क्षेत्र को दक्षिणी तिब्बत कहता है। इसके बाद चीन ने कूटनीतिक विरोध भी दर्ज कराया था और अरुणाचल में छह जगहों के नाम बदल दिए।