गाजा में रोटी मांगने वालों को फिर मिली मौत! राहत केंद्र पर भगदड़ में गई 22 फिलीस्तीनियों की जान
punjabkesari.in Wednesday, Jul 16, 2025 - 02:54 PM (IST)

International Desk: गाजा पट्टी के दक्षिणी इलाके में मंगलवार को एक भीषण हादसे में कम से कम 20 फिलस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई। यह घटना दक्षिण गाजा के खान यूनिस शहर में स्थित एक सहायता वितरण केंद्र के पास हुई। इस केंद्र का संचालन ‘गाजा ह्यूमैनिटेरियन फंड’ नामक एक अमेरिकी संगठन कर रहा था, जिसे इजराइल का समर्थन प्राप्त है।संगठन ने अपने बयान में दावा किया कि 19 लोगों की मौत भगदड़ में कुचलने से हुई, जबकि एक व्यक्ति की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। दूसरी तरफ गाजा के अस्पताल प्रशासन ने पहले जानकारी दी थी कि इजराइली हमलों में 11 बच्चों समेत 22 लोगों की जान गई है। इस अलग-अलग दावे ने इस हादसे को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
गाजा ह्यूमैनिटेरियन फंड ने कहा कि खान यूनिस में सहायता वितरण केंद्र पर बड़ी संख्या में लोग राहत सामग्री लेने के लिए इकट्ठा हुए थे। तभी अचानक अफवाह फैल गई कि वितरण में गड़बड़ी हो रही है और हिंसा भड़क गई। लोगों में अफरा-तफरी मच गई और भगदड़ में कई लोग कुचल गए। इसी भगदड़ में 19 लोग मारे गए, जबकि एक व्यक्ति को चाकू से मारा गया। संगठन ने हमास पर गलत सूचना फैलाने का गंभीर आरोप लगाया है। संगठन का दावा है कि हमास ने जानबूझकर अफवाह फैलाई ताकि केंद्र पर भीड़ बढ़े और हालात बिगड़ें। हालांकि संगठन ने अभी तक अपने आरोपों के समर्थन में कोई ठोस सबूत सार्वजनिक नहीं किया है।
गाजा के अस्पताल प्रशासन ने इस घटना की जानकारी कुछ अलग दी। उनके मुताबिक, क्षेत्र में इजराइली हमलों की वजह से 11 बच्चों समेत कम से कम 22 लोग मारे गए। स्थानीय लोगों का दावा है कि राहत सामग्री पाने के लिए पहले से ही सैकड़ों लोग केंद्र पर डटे थे। इस बीच इजराइली सेना की गतिविधि और गोलीबारी की आवाजों ने लोगों में दहशत फैला दी जिससे भगदड़ मच गई। गाजा युद्ध के मौजूदा हालात में राहत वितरण केंद्रों पर हिंसा और अव्यवस्था नई बात नहीं है। इजराइल समर्थित संगठन जहां हमास को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, वहीं हमास का दावा है कि इजराइल खुद राहत केंद्रों को निशाना बना रहा है ताकि मानवीय संकट और गहरा जाए।
गाजा में हालात पहले से ही बेहद गंभीर हैं। खाने-पीने और दवाओं की भारी किल्लत है। ऐसे में मदद के लिए बनाए गए केंद्र पर मौतें होना इस संकट को और भयावह बना रहा है। फिलहाल इस घटना की स्वतंत्र जांच की कोई ठोस पहल नहीं हुई है। मानवीय संगठनों ने मांग की है कि गाजा में राहत सामग्री वितरण के लिए अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक तैनात किए जाएं ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।