ट्रंप का बड़ा ऐलान: BRICS देशों पर गिरेगी भारी टैरिफ की गाज, भारत का दवा और तांबा निर्यात निशाने पर

punjabkesari.in Wednesday, Jul 09, 2025 - 01:32 PM (IST)

Washington: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर  ‘अमेरिका फर्स्ट’ की नीति को आगे बढ़ाते हुए विदेशी आयातों पर  भारी टैरिफ लगाने के संकेत दिए हैं। इस बार उनका निशाना है तांबा, दवाएं, सेमीकंडक्टर, लकड़ी और BRICS देश । ट्रंप ने कहा कि अमेरिका अब तांबे के आयात पर 50% आयात शुल्क लगाने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा “आज हम तांबे पर काम कर रहे हैं।” इस कदम का मकसद अमेरिका में   इलेक्ट्रिक गाड़ियां, सेना के उपकरण और बिजली उत्पादों  के लिए घरेलू उत्पादन को बढ़ाना है। 

 

विदेशी दवाओं पर लगेगा 200% तक टैरिफ
अमेरिका ने तांबे का 2024 में कुल 8.1 लाख टन आयात किया  जिसमें से  चिली से 65% और भारत से 500 मिलियन डॉलर का तांबा और उसके उत्पाद आयात किए। ट्रंप ने विदेशी दवाओं पर 200% तक टैरिफ  लगाने की बात कही है। हालांकि यह नियम तुरंत लागू नहीं होगा। कंपनियों को  1.5 साल का समय दिया जाएगा ताकि वे अमेरिका में ही उत्पादन शुरू कर सकें। इस फैसले से भारत को बड़ा झटका लग सकता है, जो अमेरिका को सबसे ज़्यादा जेनेरिक दवाएं और API निर्यात करता है। ट्रंप की ये नीतियां अमेरिकी उत्पादन को बढ़ावा  देने के लिए हैं, लेकिन इससे भारत समेत कई देशों की अर्थव्यवस्था पर सीधा असर पड़ सकता है। दवाओं और धातुओं के दाम बढ़ सकते हैं और कई देश नई रणनीति पर विचार कर सकते हैं। 

 

भारत पर असर
 भारत ने 2024-25 में अमेरिका को 9.8 बिलियन डॉलर  की दवाएं निर्यात कीं। टैरिफ लगने से ये दवाएं महंगी हो जाएंगी और अमेरिका में भारतीय कंपनियों की मांग घट सकती है।  साथ ही, उत्पादन यूनिट अमेरिका में लगाने की मजबूरी छोटी और मंझोली कंपनियों को भारी पड़ सकती है। भारत का दवा और तांबा निर्यात दोनों ट्रंप के निशाने पर हैं। दवाओं पर 200% टैरिफ लगने से अमेरिका में दवा की बिक्री घटेगी।  तांबे पर 50% शुल्क से  भारतीय कंपनियां महंगी पड़ेंगी जिससे  निर्यात घट सकता है।


BRICS देशों पर अलग से हमला
ट्रंप ने BRICS (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, साउथ अफ्रीका) देशों पर नया टैरिफ लगाने की धमकी दी है।  ये देश डॉलर की जगह नई वैश्विक मुद्रा लाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा- “अगर डॉलर की स्थिति कमजोर हुई, तो यह विश्व युद्ध हारने जैसा होगा।” ट्रंप ने कहा कि उन्होंने  14 देशों को चेतावनी भरे पत्र भेजे हैं कि उन पर 70% तक आयात शुल्क  लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर कोई अमेरिका को चुनौती देगा, तो उसे कीमत चुकानी पड़ेगी।” ट्रंप ने पवन और सौर ऊर्जा को “कमजोर” बताया और कहा कि “हमें ऐसी ऊर्जा चाहिए जो फैक्ट्रियों को ताकत दे, हवा नहीं।” उन्होंने साफ कर दिया कि अमेरिका को कोयले और पारंपरिक ऊर्जा पर लौटना चाहिए। ट्रंप प्रशासन ने लकड़ी, सेमीकंडक्टर और जरूरी खनिजों के आयात की जांच भी शुरू कर दी है। इससे भविष्य में इन पर भी भारी टैक्स लग सकता है।  


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Content Writer

Tanuja

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