Har Har Mahadev Review: 'बाजी प्रभु देशपांडे' बन शरद केलकर जीत रहे दर्शकों का दिल

punjabkesari.in Tuesday, Oct 25, 2022 - 02:15 PM (IST)

Rating : 4

Star Cast : Subodh Bhave (सुबोध भावे), Sharad Kelkar (शरद केलकर), Amruta Khanvilkar ( अमृता खानविलकर)

Director : Abhijeet Deshpande (अभिजीत देशपांडे )

आजकल साउथ की तो कई साड़ी फ़िल्में अलग अलग भाषाओँ में रिलीज़ हो ही रही हैं लेकिन 'हर हर महादेव' पहली मराठी फिल्म है जो हिंदी, तेलुगू, तमिल और कन्नड़ में भी पैन इंडिया रिलीज हुई है, फिल्म में सुबोध भावे, मराठा साम्राज्य की नींव रखने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज का किरदार निभा रहे हैं। उनके साथ शरद केलकर भी हैं जो बाजी प्रभु देशपांडे के रोल में हैं। 'बाजी प्रभु देशपांडे' बन शरद केलकर दर्शकों का दिल जीत रहे हैं।

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कहानी :

'हर हर महादेव' की कहानी मराठा योद्धाओं के गौरवशाली इतिहास से जुड़े एक पन्ने पर आधारित है जिसका नाम है पावनखिंड का युद्ध. बीजापुर पर कंट्रोल पाने के लिए, अफजल खाना को हराने और पन्हाला के किले पर कब्जे के बाद शिवाजी और उनकी 600 मराठाओं की सेना का लक्ष्य विशालगढ़ की तरफ बढ़ना था. लेकिन बीजापुर की सेना का घेरा तोड़ पाना थोड़ा मुश्किल हो रहा था. ऐसे में प्लान बनाया गया कि ये काम रात में किया जाए और बीजापुरी सेना को बिजी रखने के लिए एक बेहतरीन प्लान भी बनाया गया, जिसमें शिवाजी की तरह दिखने वाले शिवा कासिद को, अपने राजा के हुलिए में गिरफ्तार होना था, जिससे मराठा सेना को विशालगढ़ की तरफ बढ़ने का मौका मिलता। इसी को आगे बढ़ाती है फिल्म की पूरी कहानी।

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एक्टिंग :

इस फिल्म में सुबोध भावे छत्रपति शिवाजी महाराज और शरद केलकर बाजी प्रभु देशपांडे के रूप में हैं और दोनों ही अपने किरदार में बखूबी फिट बैठ रहें हैं वैसे भी शरद केलकर को दर्शक बहुत प्यार करते हैं तो लाज़मी हैं की उनसे उमीदें भी दर्शकों को ज़्यादा होंगी लेकिन ये भी सच है की शरद एक बार फिर दर्शकों की उमीदों पर खरें उतर रहें हैं, ये पहली मराठी फिल्म फिल्म है जो पैन इंडिया रिलीज़ हुई है और ऐसे में दर्शक हर चीज़ को बारीकी से देखते हैं।

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रिव्यु :

 हर हर महादेव को भव्य ढंग से शूट किया गया है और इसकी ऐतिहासिक कहानी में दम है। ऐसे में संभव है कि कांतारा के बाद हर हर महादेव भी अपने कंटेंट और देशभक्ति के जोश के कारण हिंदी में चर्चा का विषय बनी, फिल्म  में शरद केलकर का परफॉरमेंस शानदार है। फिल्म के निर्देशक अभिजीत देशपांडे को स्क्रिप्ट के अनुसंधान और विकास के लिए 10 साल समर्पित करने पड़े। उन्होंने इस फिल्म के लिए 2012 में स्क्रिप्ट लिखी थी और तब से स्क्रिप्ट में कई बदलाव देखने को मिले हैं। फिल्म के डायलॉग से लेकर कहानी तक हर चीज़ शानदार है।


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Sub Editor

Diksha Raghuwanshi

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