Review: नवाजुद्दीन सिद्दीकी की Costao ईमानदारी बनाम भ्रष्ट सिस्टम की टक्कर
punjabkesari.in Wednesday, Apr 30, 2025 - 06:07 PM (IST)

फिल्म - ‘कॉस्ताव’ (Costao)
स्टारकास्ट- नवाजुद्दीन सिद्दीकी (Nawazuddin Siddiqui), प्रिया बापट (Priya Bapat), हुसैन दलाल (Hussain Dalal), किशोर कुमार (Kishore Kumar)
डायरेक्शन- सेजल शाह (Sejal Shah)
प्लैटफॉर्म- ZEE5
रेटिंग- 2*
Costao: नवाजुद्दीन सिद्दीकी, जिन्हें इंडस्ट्री का सबसे दमदार और वर्सेटाइल एक्टर कहा जाता है, एक बार फिर अपने अभिनय से चर्चा में हैं। चाहे वो बड़े पर्दे पर हों या ओटीटी पर जब नवाज पर्दे पर आते हैं तो ये एहसास ही नहीं होता कि वो एक्टिंग कर रहे हैं। उनका नेचुरल अंदाज़ और किरदार में घुल जाने की काबिलियत उन्हें सबसे अलग बनाती है। नवाज की नई फिल्म ‘कॉस्ताव’ ZEE5 पर 1 मई स्ट्रीम हो रही है, जिसे सेजल शाह ने डायरेक्ट किया है।
यह फिल्म रियल लाइफ के एक ईमानदार कस्टम ऑफिसर कॉस्ताव फर्नांडिस की कहानी पर आधारित है, जिनका मकसद था गोवा में हो रही सोने की अवैध तस्करी को रोकना।
कहानी
‘कॉस्ताव’ की कहानी एक समर्पित और ईमानदार नेवी अफसर के इर्द-गिर्द घूमती है। नवाजुद्दीन सिद्दीकी इस किरदार में पूरी तरह फिट बैठते हैं। उनके किरदार का नाम है कॉस्ताव, जो सिस्टम में फैले करप्शन और तस्करी के खिलाफ अकेले मोर्चा खोलता है। कॉस्ताव का मिशन है कि वो गोवा में हो रही अवैध गोल्ड स्मगलिंग को खत्म करे। इसी कोशिश में एक दिन वो तस्करों से भिड़ जाता है, जहां सेल्फ डिफेंस में एक आरोपी की मौत हो जाती है जो खुद कॉस्ताव पर जानलेवा हमला कर चुका था। घायल अवस्था में कॉस्ताव वहां से निकलता है, लेकिन यहीं से उसकी मुसीबतें शुरू हो जाती हैं।
मुख्य विलेन डिमेंलो, जो तस्करी रैकेट का मास्टरमाइंड है, अपनी राजनीतिक पहुंच और पैसों की ताकत से कॉस्ताव को फंसा देता है। अब फिल्म का रोमांच इस बात में है कि क्या कॉस्ताव अपनी बेगुनाही साबित कर पाएगा या फिर सिस्टम उसे रौंद देगा?
एक्टिंग
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने इस रोल में जान डाल दी है। वो हर फ्रेम में एक असली कस्टम ऑफिसर की तरह नजर आते हैं। उनका बॉडी लैंग्वेज, डायलॉग डिलीवरी और स्क्रीन प्रेज़ेंस बेहद प्रभावशाली है। प्रिया बापट ने भी अच्छा अभिनय किया है, लेकिन फिल्म की स्क्रिप्ट उन्हें भी सीमित कर देती है। वहीं किशोर कुमार, जिन्होंने मेन विलेन डिमेंलो का रोल निभाया है, उन्होंने अपना किरदार के साथ इंसाफ किया है।
डायरेक्शन
फिल्म की कहानी भावेश मंडालिया और मेघना श्रीवास्तव ने लिखी है और इसे सेजल शाह ने निर्देशित किया है। हालांकि, यह टीम एक अच्छी कहानी का वादा करती है, लेकिन पूरी फिल्म में कहीं भी नया या चौंकाने वाला कुछ नज़र नहीं आता। फिल्म की कहानी रियल लाइफ बेस्ड है तो उसे उसके हिसाब से ही पेश किया गया। फिल्म को ज्यादा नयापन नहीं नजर आया।