जानें, कब से आरंभ होगा हिंदू नव वर्ष

punjabkesari.in Saturday, Mar 30, 2019 - 11:18 AM (IST)

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सारे विश्व में नया साल 1 जनवरी को मनाने की प्रथा है। भारत में भी इसे फॉलो किया जाता है और खूब धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। अंग्रेजों का कैलेंडर ईसा मसीह जी से जुड़ा हुआ है जबकि हमारे भारत देश का कैलेंडर उससे भी पुराना महाराजा विक्रमादित्य के नाम से जुड़ा हुआ है, जिसे विक्रमी संवत् कहा जाता है। विक्रमी संवत 2076 अब 6 अप्रैल 2019 को शुरू हो रहा है। हमारी युवा पीढ़ी को मालूम ही नहीं कि हमारे देश का भी कोई अपना कैलेंडर है। सदियों की गुलामी में अंग्रेजों ने पूरी दुनिया में अपना ईसाई कैलेंडर ही लागू किया हुआ था जोकि आजादी के बाद आज भी वही प्रथा जारी है लेकिन क्योंकि हमारे देश का कैलेंडर तो अवकाश पर कुदरती रूप से ही छपता है इसलिए इसे मिटाना असंभव है और इसी के अनुसार ही हमारे देश के सभी त्यौहार मनाए जाते हैं और बड़े-बड़े गुरुओं के जन्म महोत्सव भी इसी अनुसार मनाए जाते हैं। 

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PunjabKesariमाना जाता है की 1 जनवरी को नया साल मनाए जाने की प्रथा 1582 से आरंभ हुई। इसे ग्रिगोरियन कैलेंडर के अनुसार मनाया जाता है। हिंदू नव वर्ष भारत में हिंदी कैलेंडर के हिसाब से मनाया जाता है, जो चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा से आरंभ होता है। इसे नव संवत कहते हैं। कहते हैं इसी दिन जगत पिता ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना का कार्य आरंभ किया था। अंग्रेजी कैलेंडर की मानें तो कुछ ही दिनों में आने वाली 6 अप्रैल, शनिवार को चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होगी और विक्रम संवत 2076 भी शुरु हो जाएगा।

PunjabKesariइस दिन को गुड़ी पड़वा, उगड़ी, चैत्र शुक्लादि, नवरेह और चेती चांद के नाम से भी जाना जाता है। सनातन संस्कृति से जुड़े लोग मंदिरों में पाठ-पूजा कर नव वर्ष का स्वागत करते हैं। देवी-देवताओं से प्रार्थनी की जाती है की आने वाला साल समृद्ध और वैभवशाली रहे।

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Niyati Bhandari

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