Vrishabha Sankranti 2025: सूर्य देव को प्रसन्न करने का सुनहरा मौका, वृषभ संक्रांति पर करें ये खास दान
punjabkesari.in Thursday, May 15, 2025 - 07:10 AM (IST)

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Vrishabha Sankranti 2025: वृषभ संक्रांति के दिन सूर्य मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में प्रवेश करता है। इसे सूर्य के राशि परिवर्तन का समय माना जाता है। वृषभ संक्रांति का विशेष महत्व इसलिए है क्योंकि यह दिन ग्रह बाधाओं और पितृ दोष से मुक्ति के लिए श्रेष्ठ माना गया है।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, वृषभ संक्रांति के दिन दान-पुण्य करने से व्यक्ति के पाप समाप्त होते हैं और शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस दिन विशेष रूप से दान करने से पितृ दोष और ग्रह बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
वृषभ संक्रांति पर कौन-कौन सी चीजें दान करें?
तिल का दान
तिल का धार्मिक महत्व अत्यधिक है। वृषभ संक्रांति के दिन काले तिल का दान करने से शनि दोष और पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। साथ ही तिल से बनी मिठाई या तिल का तेल भी दान कर सकते हैं। माना जाता है कि तिल का दान करने से कुंडली में शनि के दुष्प्रभाव कम होते हैं और पितरों की आत्मा को शांति मिलती है।
घी का दान
घी को सात्विकता और पवित्रता का प्रतीक माना गया है। वृषभ संक्रांति के दिन घी का दान करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। शुद्ध देसी घी का दान विशेष रूप से शुभ माना गया है। इससे ग्रहों की शांति होती है और देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। ज्योतिष के अनुसार, घी का दान करने से बृहस्पति और सूर्य ग्रह के दोष शांत होते हैं।
अन्न का दान
अन्न दान को सर्वोत्तम दान माना गया है। इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को गेहूं, चावल, दाल, आटा आदि का दान करना चाहिए। वृषभ संक्रांति पर अन्न का दान करने से धन-धान्य में वृद्धि होती है और परिवार में सुख-शांति का वास होता है।
वस्त्रों का दान
वृषभ संक्रांति के दिन साफ-सुथरे और नये वस्त्रों का दान करना अत्यंत पुण्यकारी माना गया है। खासकर सफेद या पीले रंग के वस्त्र दान करना शुभ होता है। इन रंगों को शांति और सुख का प्रतीक माना जाता है। वस्त्रों का दान करने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है और परिवार में सुख-शांति का वास होता है। इससे राहु-केतु के दोष भी शांत होते हैं।
गुड़ का दान
गुड़ को मिठास और सकारात्मकता का प्रतीक माना गया है। धार्मिक दृष्टि से गुड़ का दान वृषभ संक्रांति पर विशेष रूप से फलदायी होता है। इसे सूर्य और मंगल ग्रह के दोषों को शांत करने के लिए उपयोग किया जाता है। गुड़ के साथ चना या गेहूं का भी दान करना शुभ माना जाता है।