Name plate लगाते समय रखें ध्यान, तभी मिलेगा पूरा लाभ
punjabkesari.in Sunday, Jan 22, 2023 - 07:17 AM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Name plate for home: प्राचीन समय से ही एक बात बहुत प्रचलित है कि इन्सान का भाग्य उसके माथे पर लिखा होता है। ठीक उसी तरह से घर का मुख्यद्वार घर का मस्तक कहलाता है। यहां पर लगाई गई सभी प्रकार की वस्तुओं का नकारात्मक एवं सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। आप अपने घर के मुख्य द्वार की सजावट किस तरह से करते है एवं वहां पर किस प्रकार के रंगों का प्रयोग करते हैं। इससे घर का अच्छा व बुरा तय होता है। इस लेख में हम बात करेंगे नेम प्लेट की।
1100 रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं। अपनी जन्म तिथि अपने नाम, जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर व्हाट्सएप करें
नेम प्लेट का प्रचलन प्राचीन समय से ही किया जाता रहा है। जिसका सीधा संबंध वास्तु विज्ञान से है। जिस तरह के ग्रहों की स्थिति के जातक घर में रहते हैं, उनके ग्रहों के अनुसार ही शुभ या अशुभ ग्रहों के रंगों के हिसाब से ही घर की नेम प्लेट का रंग एवं स्थिति को चुना जाता है ताकि परिवार के सभी सदस्यों पर इस नेम प्लेट का शुभ प्रभाव पड़े।
Vastu Shastra Tips For Name Plates On Home Entrance: अगर घर में नेम प्लेट को वास्तु के नियमों को ध्यान में रखकर लगाया जाता है तो इससे घर में सकारात्मकता और खुशहाली आती है। दरअसल, वास्तु के अनुसार घर का मुख्य द्वार ऊर्जा प्रवाह का एक मुख्य स्थान है। ऐसे में अगर आपके घर के मुख्य द्वार पर नेमप्लेट ही गलत लगी होगी तो इसका विपरीत असर आपके घर के भीतर भी देखने को मिलेगा। घर में नेम प्लेट लगाते समय आपको किन-किन बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए-
नेम प्लेट का रंग कैसा होना चाहिए- नेम प्लेट का कलर कैसा हो यह बहुत ही महत्वपूर्ण प्वाइंट हैै। नेम प्लेट का रंग घर की दिशा के अनुसार ही चुनना चाहिए। उत्तर मुखी घर में कभी भी रेड व ब्लू कलर की नेमप्लेट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, बल्कि इसके स्थान पर हल्के पीले एवं हरे रंग की नेम प्लेट को चुना जा सकता है। अगर आपका घर पूर्व मुखी है तो भी आप येलो कलर को यूज कर सकते हैं। इसी तरह, दक्षिण मुखी घर के लिए रेड कलर की नेम प्लेट का इस्तेमाल करना अच्छा माना जाता है। वहीं, पश्चिम मुखी घर के लिए आप लाइट स्लेटी, ब्लैक, गोल्डन सिल्वर और ब्रॉन्ज में किसी भी कलर की नेमप्लेट को यूज कर सकते हैं।
नेमप्लेट पर लिखे गये अल्फाबेट का कलर- जब आप घर पर नेम प्लेट लगा रहे हैं तो कोशिश करें कि उस पर लिखा गया आपका या घर का नाम या नंम्बर का कलर आप अपनी जन्म कुण्डली के शुभ ग्रहों से संबंधित रंग से लिखना ज्यादा शुभ होता है। अगर किसी को बिना कुण्डली विश्लेषण के ही कोई रंग चुनना हो तो गोल्डन, सिल्वर, ब्लैक या बल्यु रंग को चुन सकते हैं।
नेम प्लेट किस धातु या वस्तु की होनी चाहिए- जब आप अपने घर में नेम प्लेट का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसकी धातु पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। कभी भी घर के बाहर प्लास्टिक से बनी नेम प्लेट का इस्तेमाल न करें। यह एक नेगेटिव नेम प्लेट होती है, जो आपके घर व जीवन पर विपरीत प्रभाव डाल सकती है। इसके स्थान पर आप स्टील, पीतल धातु या मार्बल आदि की नेम प्लेट लगा सकते हैं। इसके अलावा आपको कीमती धातु से बनी नेम प्लेट को भी प्रयोग नहीं करना चाहिए।
नेम प्लेट कितनी हाइट पर लगानी चाहिए- नेम प्लेट लगाते समय आपको हाइट का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। इसके लिए आप यह सुनिश्चित करें कि आपके घर में जिस भी सदस्य की हाइट सबसे अधिक है, आपके घर की नेम प्लेट उसके कंधे की हाईट की लगानी चाहिए क्योंकि वास्तु विज्ञान के अनुसार आपके घर का नाम व नंबर हमेशा थोड़ा हाइट पर होना अच्छा माना जाता है।
इसी के साथ-साथ अलग-अलग जातकों के ग्रहों की स्थिति के अनुरूप ही नेमप्लेट का जातको के ग्रहों की अनुकूलता के हिसाब से ही प्रभाव पड़ता है। जो किसी प्रबुद्ध ज्योतिष वैज्ञानिक से ही सलाह लें क्योंकि बिना ग्रहों की पूर्ण जानकारी के वास्तु कम्पलीट नहीं हो सकता क्योंकि वास्तु विज्ञान जो कि ज्योतिष विज्ञान की भवनों के निर्माण संबंधित एक छोटी सी शाखा ही है।
Sanjay Dara Singh
AstroGem Scientists
LLB., Graduate Gemologist GIA (Gemological Institute of America), Astrology, Numerology and Vastu (SSM)