Srimad Bhagavad Gita- ‘अनिश्चित मन’ के लिए निश्चितता

punjabkesari.in Sunday, Feb 19, 2023 - 09:37 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Srimad Bhagavad Gita- गीता के तीसरे अध्याय को ‘कर्म योग’ के रूप में जाना जाता है, जो श्लोक 2.71 का विस्तार है, जहां श्री कृष्ण ने कहा कि  ‘निर-अहंकार’ शाश्वत अवस्था को प्राप्त करने का मार्ग है।

1100  रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं। अपनी जन्म तिथि अपने नाम, जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर व्हाट्सएप करें

PunjabKesari  Srimad Bhagavad Gita

अर्जुन एक संदेह उठाते हैं (3.1) ‘‘यदि आप बुद्धि को श्रेष्ठ मानते हैं, तो आप मुझे (3.2) निश्चय के साथ बताने की बजाय युद्ध के भयानक कार्य में क्यों लगाते हैं। मेरे कल्याण के लिए सबसे अच्छा क्या है, यह मुझे भ्रमित किए बिना बताएं।’’

व्यक्त या अव्यक्त नामकरण तर्कहीन और आवेगपूर्ण निर्णयों के अलावा और कुछ नहीं, जो सत्य-आधारित भी नहीं है, इसलिए श्री कृष्ण ने उन्हें छोड़ने की सलाह दी (2.50)। अर्जुन ने एक ही कारण के आधार पर युद्ध से बचने का निर्णय लिया कि वह युद्ध में अपने रिश्तेदारों को मारने में कोई अच्छाई नहीं देखता (1.31)।

इसके बाद, वह अपने निर्णय का बचाव करने के लिए कई औचित्य प्रस्तुत करता है और वर्तमान प्रश्न भी बेहतर समझ की तलाश के बजाय उसी औचित्य के एक भाग के रूप में प्रकट होता है।

PunjabKesari  Srimad Bhagavad Gita

हमारी स्थिति अर्जुन से अलग नहीं है क्योंकि धर्म, जाति, पारिवारिक स्थिति, राष्ट्रीयता, लिंग आदि के आधार पर हमारे होश में आने से बहुत पहले ही हमारी पहचान बनाई गई और जीवन भर हम उस पहचान को सही ठहराने के लिए संघर्ष करते रहते हैं। दूसरे, अर्जुन श्री कृष्ण से निश्चय की तलाश में है। भले ही अनित्यता इस दुनिया की रीत है, हम सभी निश्चितता की तलाश करते हैं क्योंकि यह हमें आराम देता है।

PunjabKesari  Srimad Bhagavad Gita

तर्कसंगत निर्णय के लिए अधिक सबूत इकठ्ठा करने की प्रतीक्षा और धैर्य की आवश्यकता होती है। इस तलाश में हम जल्द ही नामकरण की ओर बढ़ते हैं। लेकिन शाश्वत निश्चितता अपने स्वयं के जीवन के अनुभवों से आती है और इसे कठिन तरीके से अर्जित करना होता है। हम सभी को इस राह पर खुद चलना होगा क्योंकि यह अनुभव किताबों से या दूसरों से उधार नहीं लिया जा सकता। यह गाड़ी या साइकिल चलाने जैसा है, जो हमारा अपना अनुभव होता है। 

PunjabKesari kundli


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Niyati Bhandari

Recommended News

Related News