Shani ki sadesati: वृश्चिक राशि से शनि ढैय्या से हटते ही बदलेगी जिंदगी

punjabkesari.in Wednesday, Sep 18, 2024 - 02:00 PM (IST)

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Shani ki sadesati: वृश्चिक राशि के जातक शनि देव ढैया के प्रभाव में है। यानी कि शनि यहां पर चौथे भाव में गोचर कर रहे हैं और चौथा भाव आपका सुख स्थान होता है। चंद्रमा से चौथे शनि का गोचर अच्छा नहीं होता वैसे भी जो वृश्चिक राशि है यह राशि है। मंगल और शनि आपस में मित्र भाव नहीं रखते हैं। यह शत्रु भाव रखते हैं। लिहाजा मंगल की राशि के लिए शनि अच्छा फल नहीं करते हैं। शनि यहां पर पराक्रम भाव के स्वामी बनते हैं और चौथे भाव के स्वामी बनते हैं। लेकिन शनि के फल यहां पर अच्छे नहीं होते। यह गोचर आपके लिए हो रहा है 29 अप्रैल 2022 से यानी कि पिछले लगभग ढाई साल से आप शनि के प्रभाव में हैं। इस बार शनि जो है वो थोड़ा सा ज्यादा मंद कामी है। यह गोचर लगभग 31 महीने का हो गया है यानी कि 29 मार्च 2022 से लेकर अगले साल अब
 29 अप्रैल 2022 से लेकर 29 मार्च 2025 यह लगभग है। वो 35 महीने का पीरियड है जब शनि की ढैया जो वृश्चिक राशि पर चल रही है लेकिन इस ढैया से अब मुक्ति मिलने वाली है। 29 मार्च 2025 को यहां पर शनि जब चौथे भाव में है तो सामान्य तौर पर जहां-जहां पर शनि की दृष्टि जाती है वो भाव खराब हो जाते हैं। जब चौथे भाव में है तो दृष्टि जा रही है छठे भाव के ऊपर। कर्ज या फिर कोर्ट संबंधित मामलों में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। यहां पर आपको थोड़ी सी समस्या में कमी होती हुई नजर आएगी। जो कर्ज चढ़ा है वहां से कर्ज में अब राहत मिलनी शुरू हो जाएगी। इसके अलावा यहां पर शनि जब चौथे भाव में बैठते हैं तो सीधी दृष्टि देते हैं आपके दशम भाव को। दशम कर्म का भाव होता है शनि कर्म के ही कारक है। यहां पर जब शनि की दृष्टि पड़ती है तो यहां से संबंधित रिजल्ट जो है वो आपके स्लो हो जाते हैं। शनि जिस भाव को वो देखते हैं वहां से संबंधित रिजल्ट आपको धीमे मिलने शुरू हो जाते हैं यानी कि कारोबार में आपके तेजी नहीं हो पा रही होगी 2022 से। यदि आप नौकरी करते हैं तो वहां पर आपको रिजल्ट जो है वो उम्मीद के मुताबिक नहीं मिल रहे होंगे। कार्यस्थल पर आपके लिए चुनौतियां पेश होंगी। इस दौरान वो सारी चीजें थोड़ी सी सुलझती होती हुई नजर आएंगी क्योंकि जब शनि पंचम में आ जाएंगे तो आप ढैया के प्रभाव से मुक्त हो जाएंगे। दशम से संबंधित जो फल है यानी कि 2025 में 29 मार्च 2025 के बाद कारोबार से संबंधित चीजें जो है वो आगे चलती हुई नजर आएंगी। कारोबार में वृद्धि जो है वो नजर आ सकती है जब शनि यहां पर बैठते हैं तो आपकी राशि को भी देखना शुरू करते हैं। आपका रवैया टाल मटोल वाला हो जाता है। चंद्रमा के ऊपर शनि की दृष्टि है ये नेगेटिव ग्रह है क्योंकि ये पाप ग्रह है। चंद्रमा  शनि के प्रभाव से जब निकलेंगे तो थॉट प्रोसेस सबसे पहले चेंज होगा।  यहां पर चंद्रमा का प्रभाव चंद्रमा से शनि का प्रभाव हटने का मतलब है कि आप मानसिक तौर पर पॉजिटिव होंगे। मानसिक तौर पर आपका थॉट प्रोसेस पॉजिटिव होगा। आप अपने विचार को बदलेंगे। यदि कोई कोर्ट केस है उसमें भी आपको थोड़ी सी राहत मिलती हुई नजर आएगी।

पंचम में जब शनि जाएंगे जिस भाव को वह मजबूत करते हैं तो वहां पर आपको बुद्धि-विवेक के साथ आप काम करते हुए नजर आएंगे। क्योंकि बुद्धि-विवेक का भाव पंचम संतान का भाव है। संतान पक्ष से आपको अच्छी चीजें जो है वो सुनने को मिलेंगी। शनि आपके लिए पंचम भाव में गोचर करना शुरू करेंगे। वृवृश्चिक राशि को शनि की ढैया के प्रभाव से मुक्ति मिलने जा रही है। चंद्रमा के ऊपर दृष्टि है ये सारी चीजें आपको थोड़ी सी हटती हुई नजर आएंगी। शनि के अगले गोचर के दौरान हालांकि अभी शनि की स्थिति है वो वक्री चल रही है। 15 नवंबर को मार्गी होंगे उसके बाद तेजी से आगे मीन राशि की तरफ बढ़ेंगे। उससे आपको काफी जो है वो राहत मिलती हुई नजर आएगी। वक्री अवस्था में भी आपको काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

Do these remedies to correct Saturn शनि को सही करने के लिए करें ये उपाय

ओम शनि शनिश्चराय नमः का जाप करें।

यदि आपकी कुंडली में शनि की पोजीशन केंद्र में है। पहला, चौथा, सातवां और 10वां और त्रिकोण में यानी कि पांचवें और नौवें भाव में या 11थ हाउस में है तो आप शनि का नीलम आप धारण कर सकते हैं।

 कार्यक्षेत्र में अपने जूनियर्स से नर्मी से पेश आएं।

नरेश कुमार
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Content Editor

Prachi Sharma

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