Shani Dosh Nivaran: नवंबर का ये खास दिन साढ़े साती और ढैय्या वालों के लिए लेकर आया है सुनहरा मौका, शनि देव को बनाएं अपना मित्र
punjabkesari.in Saturday, Nov 08, 2025 - 09:26 AM (IST)
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Shani Dosh Nivaran upay 2025: 20 नवंबर 2025 की मार्गशीर्ष अमावस्या शनि साढ़े साती और ढैय्या से ग्रस्त जातकों के लिए वरदान समान है। इस दिन के उपाय न केवल ग्रह दोष शांत करते हैं बल्कि आर्थिक स्थिरता, मानसिक शांति और सफलता का मार्ग भी खोलते हैं। नवंबर 2025 में मार्गशीर्ष अमावस्या (जिसे अगहन अमावस्या भी कहा जाता है) 20 नवंबर को मनाई जाएगी। अमावस्या तिथि 19 नवंबर सुबह 9:13 बजे से शुरू होकर 20 नवंबर दोपहर 12:16 बजे तक रहेगी। उदय तिथि के अनुसार यह 20 नवंबर 2025, गुरुवार को मानी जाएगी। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस दिन स्नान, दान, पितृ तर्पण और देव पूजा का विशेष महत्व है। साथ ही यह दिन शनि साढ़े साती और शनि ढैय्या से राहत पाने का अद्भुत योग लेकर आता है।

वर्तमान में किन राशियों पर है शनि की साढ़े साती और ढैय्या
वर्तमान ग्रह स्थिति के अनुसार साढ़े साती चल रही है कुंभ, मीन और मेष राशि वालों पर। ढैय्या का प्रभाव है सिंह और धनु राशि वालों पर। इन जातकों के लिए मार्गशीर्ष अमावस्या का दिन शनि की विशेष कृपा पाने का उत्तम अवसर है।

शनि साढ़े साती और ढैय्या से राहत के प्रभावी उपाय
शनि स्रोत और मंत्र जाप
सुबह स्नान के बाद शनि स्रोत का पाठ करें। इसके अलावा “ॐ शं ह्रीं शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करने से शनि दोष शांत होता है और जीवन में स्थिरता आती है।

पीपल की पूजा
अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ में जल चढ़ाएं और उसके नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। यह उपाय शनि ग्रह की कृपा पाने का सबसे सरल तरीका माना गया है।
शमी पौधा लगाएं
घर में शमी का पौधा लगाना अत्यंत शुभ माना गया है। इसके चारों ओर काले तिल डालें और दीपक जलाकर शनि देव के मंत्र का 11 बार जप करें। यह उपाय शनि साढ़े साती की पीड़ा कम करता है।

शिव और हनुमान पूजा
मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन भगवान शिव और हनुमान जी की उपासना अवश्य करें। शिव जी शनि के गुरु हैं और हनुमान जी शनि को अपने भक्तों को कष्ट नहीं देने देते।

