Kundli Tv- हर किसी को पता होने चाहिए कलयुग के ये 5 कड़वे सच
punjabkesari.in Sunday, Jul 15, 2018 - 02:40 PM (IST)

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भगवान कृष्ण ने महाभारत में ही कलयुग का विस्तार पूर्वक वर्णन कर दिया था कि लोग कैसे होंगे, जीवन कैसे व्यतीत होगा, लोगों का व्यवहार एक दूसरे के प्रति कैसा होगा। आज हम आपको बताएंगे भगवान श्री हरि द्वारा कलयुग के बारे में बताई गई 5 कड़वी बातें जो आज शत प्रति सच हो रहीं है।
महाभारत काल में पांचों पाड़वों के मन में कलयुग को जानने की जिज्ञासा हुई। उन्होनें एक बार भगवान से पूछा कि कलयुग में मानव कैसा होगा, लोगों के विचार कैसे होंगे और मोक्ष की प्रप्ति कैसे होगी?
ये प्रशन सुन कर भगवान ने पांचों पाड़वों को वन में जानें को कहा और साथ में ये भी कहा कि जो कुछ भी तुम वहां देखों मुझे विस्तार में आकर बताना।
पांचों भाई वन को चलें गए और कुछ समय बाद वापिस लौटे। भगवान ने पूछा कि किस सोच-विचार में तुम सब हो बताओ।
सबसे पहले युधिष्टर महाराज ने बड़ी हैरानगी से बताया कि मैंने वहां दो सूंड वाले हाथी को देखा। ये सुन कर भगवान ने कहा कि कलयुग में एेसे लोग राज्य करेंगे जो बोलेंगे कुछ और करेंगे कुछ। एेसे लोग दोनों ओर से शोषण करेंगे।
भीम ने बताया कि उसने एक गाय को देखा जो अपने बछड़े को इतना चाट रहीं थी कि उसका खून निकल आया था। गोविंद बोले कि कलयुग का मनुष्य अपने संतान को लेकर इतना आस्कत होगा कि उसकी ममता के कारण ही उसके बच्चों का विकास रुक जाएगा। वे अपनी औलाद को मोह-माया और संसार में बांध कर रखेंगे। जिससे उसका जीवन वहीं नष्ट हो जाएगा। फिर भगवान ने वास्तविकता बतातें हुए कहा कि तुम्हरे पुत्र तुम्हारे नहीं बल्कि उनकी पत्नियों की अमानत हैं और पुत्रियां उनके पतियों की, यह शरीर मृत्यु की और आत्मा परमात्मा की अमानत है।
अर्जुन ने आगे बताया कि उसने एक पक्षी देखा जिसके परों पर वेद की रचाई लिखी हुई थी लेकिन वे एक मनुष्य का मांस खा रहा था। इस पर प्रभु ने कहा कि कलयुग में एेसे लोग होंगे जिन्हें विद्वान कहा जाएगा किन्तु उनके मन में यही होगा कि जल्दी किसी की मृत्यु हो और उसकी संपति का मालिक वे खुद बन जाएं। उनकी नज़र में यही रहेगा कि वे दूसरों के धन को अपना बना लें। वास्तविक संत कोई-कोई होगा।
नकुल ने कहा कि एक भारी चट्टान पर्वत से टकरा कर गिरा लेकिन एक छोटे पौधे की वजह से वह चट्टान वहीं रुक गई। इसका अर्थ बताते हुए भगवान ने कहा कलयुग में मनुष्य की बुद्धि क्षीण होगी उसके जीवन का पतन होगा और इस पतन को धन रुपी वृक्ष रोकने में समर्थ नहीं होंगे लेकिन हरि नाम रुपी एक छोटे पौधे से व्यक्ति का जीवन पतित होने से रुक जाएगा। हरि कीर्तन से मनुष्य की बुद्धि प्रभावशाली होगी।
फिर सहदेव बोले कि मैंने वन में बहुत से कुएं देखें जिन में से केवल बीच का कुआं खाली और गहरा था। श्री वासुदेव भगवान ने तब बताया कि कलयुग में धनी व्यक्ति अपनी मन की खुशी के लिए विवाह, उत्सवों में अधिक धन खर्च करेंगे परंतु यादि किसी गरीब को देखेंगे तो उसकी मदद कभी नहीं करेंगे। अपने आप को खुश करने के लिए शराब का सेवन, मांस आदि का खान-पान करके धन व्यय करेंगे। जो लोग एेसी आदतों से दूर होंगे उन पर कलयुग की नहीं बल्कि परमात्मा की कृपा होगी।
भगवान श्री गोविंद द्वारा बताए गए ये 5 कड़वे सत्य जोकि आज सच भी हो रहें है।
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