Radha Ashtami Mela Barsana 2025: राधा अष्टमी का उल्लास चरम पर, पहली बार Virtual दर्शन की सुविधा से जुड़ेगा हर भक्त
punjabkesari.in Thursday, Aug 28, 2025 - 08:33 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Radha Ashtami Mela 2025: मथुरा के बरसाना में राधाष्टमी महोत्सव को लेकर तैयारियां जोरो पर हैं। बुधवार को लोक निर्माण विभाग के सभागार में हुई उच्चस्तरीय बैठक में अधिकारियों ने इस पर्व को सिर्फ ड्यूटी नहीं, बल्कि राधारानी की सेवा मानकर कार्य करने का संकल्प लिया। बैठक की शुरुआत आगरा की ए.डी.जी अनुपमा कुलश्रेष्ठ को गार्ड ऑफ ऑनर देने से हुई। उन्होंने कहा कि राधा अष्टमी के अवसर पर 18 से 20 लाख श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना है। ऐसे में अधिकारियों को पूरी निष्ठा और सेवा भाव के साथ तैनात रहना होगा, न कि मोबाइल में व्यस्त होकर।
महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए एंटी-रोमियो स्क्वॉड और जेबकतरों पर निगरानी के लिए विशेष टीमें तैनात की जाएंगी। वहीं, मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह ने अधिकारियों को श्रद्धालुओं से शिष्टाचार और धैर्य के साथ पेश आने की सलाह दी। उन्होंने स्वच्छता और सजावट पर विशेष ध्यान देने को भी कहा। भंडारों के लिए साउंड लिमिट तय करने की बात भी कही गई, ताकि ज़रूरी घोषणाएं सुचारू रूप से श्रद्धालुओं तक पहुंच सकें।
आई.जी शैलेश पांडेय ने जानकारी दी कि मेला क्षेत्र में 155 सी.सी.टी.वी कैमरे और 6 वॉच टावर लगाए जा रहे हैं। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पूरे क्षेत्र को 6 जोन और 18 सेक्टरों में बांटा गया है, जिनमें कुल 2642 अधिकारी और कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात रहेंगे।
जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह ने स्पष्ट निर्देश दिए कि अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, नालियों का ढकाव सही ढंग से हो और सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह रोक रहेगी। परिवहन विभाग की ओर से 165 अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी ताकि आवागमन में कोई समस्या न हो। मंदिर परिसर में भी 32 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं, इसकी जानकारी एसएसपी श्लोक कुमार ने दी।
डिजिटल युग में राधाष्टमी के दर्शन
इस बार राधाष्टमी महोत्सव को डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ा गया है। श्री लाडली जी मंदिर प्रबंधन समिति ने पहली बार जन्मोत्सव के लाइव दर्शन की व्यवस्था की है। मंदिर के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर एक क्यूआर कोड के माध्यम से श्रद्धालु घर बैठे राधा रानी के जन्माभिषेक का सीधा प्रसारण देख सकेंगे। यह आयोजन सुबह 4 से 5 बजे के बीच होगा।
मंदिर रिसीवर सुशील गोस्वामी और डॉ. यज्ञ पुरुष गोस्वामी ने बताया कि जन्म के समय भक्तों की भीड़ इतनी होती है कि सभी को दर्शन कराना संभव नहीं होता। इसलिए भक्तों के मन में कोई असंतोष न रह जाए, इसके लिए यह डिजिटल समाधान किया गया है। साथ ही, भीड़ भाड़ वाले इलाकों में बड़ी एल.ई.डी स्क्रीन भी लगाई जाएंगी ताकि सभी को सहज और शांतिपूर्ण तरीके से दर्शन का अनुभव मिल सके।