Pongal 2024: इस दिन से शुरू हो रहा है चार दिवसीय पोंगल पर्व, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व
punjabkesari.in Friday, Jan 12, 2024 - 09:24 AM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Pongal 2024: भारत त्योहारों का देश है। यहां पूरे विधि-विधान के साथ बहुत से त्यौहार मनाए जाते हैं। इन्हीं में से एक है पोंगल का पर्व। पोंगल दक्षिण भारत का एक प्रमुख पर्व है। मुख्य रूप से यह पर्व तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और केरल में मनाया जाता है। वहीं दूसरी तरफ उत्तर भारत में इस दिन मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। बता दें कि पोंगल का यह पावन पर्व चार दिनों तक चलता है। यह पर्व सूर्यदेव को समर्पित है। इस पर्व पर वर्षा, धूप और कृषि से संबंधित चीजों की पूजा अर्चना की जाती है। तो चलिए जानते हैं वर्ष 2024 में कब से शुरू हो रहा है पोंगल का पर्व।

Pongal पोंगल 2024
दक्षिण भारत में इस त्यौहार को चार दिन तक मनाया जाता है। ज्योतिषियों के अनुसार बता दें कि इस वर्ष पोंगल की शरुआत 5 जनवरी 2024 से होगी और 18 जनवरी को इसका समापन होगा। मान्यताओं के अनुसार इस दिन तमिल के नए वर्ष की शुरुआत होती है।

Pongal festival traditions पोंगल पर्व की परंपराएं
चार दिन चलने वाला यह पर्व बेहद ही खास और पवित्र होता है। हर दिन की एक विशेष खासियत होती है। पहले दिन को भोगी पोंगल, दूसरे दिन को सूर्य पोंगल, तीसरे दिन माट्टु पोंगल और चौथे दिन को कन्नम पोंगल के नाम से जाना जाता है। इस दौरान इंद्र देव को प्रसन्न करने के लिए पूजा की जाती है।

This is how the festival of Pongal is celebrated इस तरह मनाया जाता है पोंगल का पर्व
दक्षिण भारत में इस पर्व को बहुत ही धूम-धाम से मनाते हैं। घर की साफ़-सफाई और पेंट के साथ इस पर्व की शुरुआत की जाती है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन से दक्षिण भारत के लोग अपनी बुरी आदतों को त्याग देते हैं और सुख-शांति से जीने की कामना करते हैं। इसी के साथ इस दौरान गायों और भैंसों की पूजा भी की जाती है। वहीं घर में राखी हुई पुरानी और खराब वस्तुओं को इस दिन जला दिया जाता है।

इस दिन सूर्यदेव को नए धान का भोग लगाया जाता है। इस दिन सूर्यदेव के साथ-साथ इंद्रदेव, गाय-बैलों और खेतों में काम किए जाने वाले उपकरणों की भी पूजा की जाती है।
