Navratri 2025: नवरात्रि व्रत के दौरान अपनाएं ये सरल नियम, मां दुर्गा करेंगी हर मनोकामना पूरी

punjabkesari.in Saturday, Sep 20, 2025 - 02:00 PM (IST)

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Simple Navratri Rules: जैसा कि सब जानते हैं शारदीय नवरात्रि का आरंभ 22 सितंबर, सोमवार से होने जा रहा है। नवरात्रि के पहले ही दिन से मंदिरों में भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया है। हर कोई अपनी श्रद्धानुसार मां की पूजा अर्चना करते नजर आ रहा है। इस दौरान बहुत से लोग पूरे 09 दिन तक व्रत करते हैं, तो वहीं कुछ जातक जोड़े में व्रत करते हैं। नवरात्रि के दौरान व्रत रखने वाले व्रती को व्रत का पालन के साथ-साथ कई चीजों का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। देवी पुराण के अनुसार, इन नौ दिनों में कुछ विशेष चीजों का ध्यान रखना बेहद जरूरी माना जाता है। जिनका उल्लंघन करने से मां दुर्गा क्रोधित होती है और व्यक्ति का जीवन कष्टमय हो जाता है। तो आइए जानते हैं नवरात्रि के इन नौ दिनों में किन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए।

PunjabKesari Navratri Rules

नवरात्रि के दौरान आपने व्रत किया हो या नहीं लेकिन इन नौ दिनों में मांस-मछली-मदिरा, लहसुन और प्याज का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आप इन दिनों में इन चीजों का सेवन करते हैं, तो इससे आपके जीवन में धीरे-धीरे कंगाली छाने लगती है और मैया आपसे रूठ जाती है। तामसिक भोजन न सिर्फ आपके शरीर को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि मानसिक शांति में भी विघ्न डालता है। इस समय सिर्फ शुद्ध और सात्विक भोजन ही ग्रहण करना चाहिए।

नवरात्रि के दौरान 9 दिनों तक आपको सरसों और तिल का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इन्हें भी तामसिक प्रवृत्ति की माना जाता है।

नवरात्रि के दौरान जिस जातक ने व्रत किया होता है उन्हें नवरात्रि में नाखून, बाल और दाढ़ी नहीं काटनी चाहिए। यह समय आत्म-निर्भरता और आत्म-नियंत्रण का होता है और इसमें आत्मिक सफाई पर ध्यान दिया जाता है।

नवरात्रि में काले रंग के वस्त्र और चमड़े की बनी चीजों जैसे बेल्ट, जूते आदि का प्रयोग न करें। खासतौर पर पूजा के समय भूलकर भी चमड़े की बनी चीजों का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए क्योंकि चमड़ा पशुओं के मांस से बना होता ऐसे में नवरात्रि के दौरान चमड़ा पहनने से आप पर मैया रुष्ठ हो जाती है।

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नवरात्रि के दौरान किसी भी प्रकार के झूठ बोलने या अपशब्दों का प्रयोग न करें। किसी का अपमान करना और नकारात्मक बातें करना व्रत के उद्देश्य के खिलाफ है। इस समय संयम और अच्छे आचरण का पालन करना अत्यंत आवश्यक है।

नवरात्रि के दौरान किसी रिश्तेदार या दोस्त के घर में रुकने से बचें, ताकि आप पूरी तरह से अपने व्रत और पूजा पर ध्यान केंद्रित कर सकें। इस समय आत्म-विश्लेषण और देवी की पूजा पर अधिक ध्यान देना चाहिए।

नवरात्रि के दौरान घर की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें। यह न सिर्फ घर को स्वच्छ बनाता है, बल्कि मानसिक रूप से भी शांति प्रदान करता है। घर का वातावरण पवित्र होना चाहिए।

नवरात्रि के समय घर में प्रतिदिन सुबह और शाम को मां दुर्गा की आरती अवश्य करें। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और व्रत का पूर्ण लाभ मिलता है।

नवरात्रि के दौरान घर में अंधेरा न होने दें। जितना संभव हो, घर में दीप जलाएं और स्वच्छ प्रकाश का माहौल बनाएं। यह शुभता और सकारात्मकता का प्रतीक होता है।

नवरात्रि के दिन करें इन मंत्रों का जाप 

या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता,

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता,

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

या देवी सर्वभूतेषु तुष्टिरूपेण संस्थिता,

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता,

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

या देवी सर्वभूतेषु दयारूपेण संस्थिता,

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

या देवी सर्वभूतेषु बुद्धिरूपेण संस्थिता,

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

या देवी सर्वभूतेषु शांतिरूपेण संस्थिता,

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

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Content Editor

Sarita Thapa

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