Mahalaxmi Vrat 2025: महालक्ष्मी व्रत के अंतिम दिन करें ये टोटके, बरसेगी अमीरों जैसी खुशहाली
punjabkesari.in Saturday, Sep 13, 2025 - 02:36 PM (IST)

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Mahalaxmi Vrat 2025: महालक्ष्मी व्रत हिंदू धर्म में एक बहुत ही महत्वपूर्ण और पावन त्यौहार माना जाता है। यह व्रत मां लक्ष्मी जो धन, समृद्धि और खुशहाली की देवी है कि कृपा पाने के लिए किया जाता है। खासकर महालक्ष्मी व्रत का अंतिम दिन अत्यंत शुभ माना जाता है क्योंकि इसी दिन देवी लक्ष्मी की विशेष पूजा और आराधना से घर में धन और सुख-शांति बनी रहती है। अगर आप भी इस महापावन व्रत का पालन कर रहे हैं या करने वाले हैं, तो महालक्ष्मी व्रत के आखिरी दिन कुछ खास टोटके अपनाना बेहद लाभकारी सिद्ध हो सकता है। ये टोटके आपके जीवन में धन, समृद्धि और खुशहाली के द्वार खोल देंगे। 14 सितम्बर को महालक्ष्मी व्रत का आखिरी दिन है। आइए जानते हैं महालक्ष्मी व्रत 2025 के आखिरी दिन करने वाले ये 4 प्रभावशाली टोटके, जो आपको धन लक्ष्मी की विशेष कृपा दिलाएंगे।
Do these remedies on the last day of Mahalaxmi Vrat महालक्ष्मी व्रत के अंतिम दिन करें ये उपाय
महालक्ष्मी व्रत के अंतिम दिन रात को पूजा की सुपारी और चांदी का सिक्का हाथ में लेकर इस मंत्र का जाप करें- ॐ ह्रीं श्री क्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये, धन पूरये, चिंताएं दूरये दूरये स्वाहा। इस मंत्र को 108 बार ध्यान और भक्ति के साथ दोहराएं। इसके बाद सुपारी और सिक्का अपने पर्स में रख लें। ऐसा करने से माना जाता है कि धन संबंधी परेशानियां खत्म हो जाती हैं और पैसों की कमी कभी नहीं होती।
महालक्ष्मी व्रत के अंतिम दिन देवी लक्ष्मी के मंत्र का जाप करने से धन की देवी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। ॐ महालक्ष्म्यै नमः या ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें। इसके साथ ही एक छोटा हवन भी करें, जिसमें गाय के घी का इस्तेमाल करें। हवन में गंध, कपूर और हवन सामग्री डालें और मां लक्ष्मी के प्रति अपनी भक्ति प्रकट करें। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
महालक्ष्मी व्रत के दिन पूजा के समय गजलक्ष्मी को एक पलाश का फूल जरूर चढ़ाएं। इसके बाद उस फूल को एकाक्षी नारियल के साथ लाल रंग के कपड़े में लपेटकर घर के धन रखने वाले स्थान पर रख दें। ऐसा करने से कहा जाता है कि माता लक्ष्मी का वास घर में होता है और घर धन-संपदा से भर जाता है।
महालक्ष्मी व्रत के आखिरी दिन चावल की खीर बनाकर उसे भगवान लक्ष्मी को भोग के रूप में अर्पित करें। इसके बाद इसे सात कन्याओं में वितरित करें। ऐसा करने से नौकरी और व्यवसाय में आ रही परेशानियों का निवारण होता है और तरक्की के रास्ते खुलते हैं। साथ ही, इस दिन लक्ष्मी माता को 11 पीली कौड़ियां जो हल्दी के रंग में रंगी होती हैं, चढ़ाएं। इससे गरीबी और आर्थिक तंगी दूर होती है।
व्रत के बाद गरीबों और जरूरतमंदों को दान दें
महालक्ष्मी व्रत का उद्देश्य केवल पूजा करना ही नहीं बल्कि दान-पुण्य और दूसरों की मदद करना भी है। व्रत के आखिरी दिन गरीबों, विधवाओं या जरूरतमंदों को भोजन, कपड़े या धनराशि दान करें। ऐसा करने से देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। दान करने से न केवल घर में सुख-समृद्धि आती है बल्कि मन में भी शांति और संतोष का भाव उत्पन्न होता है। यह एक ऐसा कर्म है जो आपकी भाग्य वृद्धि में सहायक होता है।