Motivational Concept: डर से डरें नहीं, जीतें
punjabkesari.in Saturday, Oct 16, 2021 - 11:39 AM (IST)
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चंपारण में गोरे लोग वहां के लोगों को बहुत सताते थे। गांधी जी इस बात की जांच करने के लिए वहां गए। उनके वहां पहुंचने से वहां की जनता का साहस बढ़ गया। इस पर गोरे बहुत परेशान हुए।
एक दिन एक आदमी ने आकर बापूू को बताया कि गोरे उन्हें मार डालना चाहते हैं और उन्होंने इस काम के लिए एक आदमी भी नियुक्त कर दिया है।
बापू एक दिन रात को अकेले ही उस गोरे के घर जा पहुंचे जिसने यह योजना बनाई थी।
गोरे ने उन्हें देखा तो पूछा, ‘‘तुम कौन हो?’’
‘गांधी’, गांधी जी ने जवाब दिया। यह सुनकर वह हैरान रह गया। ‘‘हां मैं गांधी हूं, सुना है, तुम मुझे मारना चाहते हो? और तुमने इस काम के लिए एक आदमी को भी नियुक्त कर दिया है।’’
गोरा सन्न रह गया।
बापू आगे बोले, ‘‘मैं अकेला यहां आया हूं, तुम अपना काम कर सकते हो।’’
गोरे की हैरानी की सीमा न रही। डर को इस तरह जीतने वाला आदमी उसने पहले कभी नहीं देखा था।