Market Astrology: आने वाले सप्ताह में सितारों का मार्कीट पर प्रभाव !
punjabkesari.in Tuesday, Oct 04, 2022 - 10:36 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Market Astrology: आलोच्य सप्ताह (5 अक्तूबर से 11 अक्तूबर तक) के दौरान कोई भी सितारा न तो अपनी राशि बदलता है और न ही पोजिशन चेंज करता है, इसलिए ग्रह योग ज्यों का त्यों ही अपने स्थान पर स्थिर रहता है, अलबत्ता प्लूटो मार्गी जरूर होता है तथा सूर्य नक्षत्र पर अपनी स्थिति बदलता है- इस तरह अपरिवर्तित ग्रह योग तथा सितारों की सामूहिक स्थिति देखने से मालूम देता है कि बेशक बाजार में थोड़ी बहुत उठापटक तो जरूर होती रहेगी तो भी किसी रुख परिवर्तन की कोई आशा नहीं है।
यूं तो इस सप्ताह में तेजी रुख बना रहने की आशा है तो भी नोट करें कि इस तेजी रुख की निर्भरता पिछले सप्ताह में तेजी रुख बने रहने पर ही होगी। वैसे सप्ताह के आखिरी दो दिनों में यानी कि 10, 11 को उठापटक तथा मजबूती का रिएक्शन आने की आशा होगी। तेल सोया, तेल मूंगफली, सरसों, अलसी, तोरिया, तिल, तेल, बिनौला, अरंडी, खल, सींगदाना, मेंथा, पिपरामैंट, अन्य तेल पदार्थों, वनस्पति इत्यादि में शुरू सप्ताह से जो रुख चल पड़ा, वह आगे चलता जाएगा-10 तारीख उठापटक होगी, 11 अक्तूबर मजबूती का रिएक्शन आएगा। काटन, पटसन, रूई, कपास, सन्न, सूत, सिल्क, स्टैपल, ऊनी, सूती, रेशमी कपड़े तथा यार्न के भाव में तेजी का रुझान-10, 11 अक्तूबर खास दिन। शेयर मार्कीट में 28 सितम्बर को तेजी रहने की सूरत में आगे तेजी चलेगी-बीच में 10 अक्तूबर को रेट झटका के साथ एक तरफ चल सकते हैं।
1100 रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं। अपनी जन्म तिथि अपने नाम, जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर व्हाट्सएप करें
ना, चांदी, हीरे-जवाहरात, बहुमूल्य पत्थरों तथा बहुमूल्य धातुओं में पिछले सप्ताह जो रुख इफैक्टिव रहा होगा, ख्याल है कि वही रुख इस सप्ताह से भी कायम रहेगा-10 अक्तूबर को बाजार में जोरदार उठापटक रहेगी तथा 11 अक्तूबर को रेट स्टेबल बने रहेंगे। गुड़, चीनी, शक्कर तथा अन्य मीठी रसदार वस्तुओं तथा मिश्री इत्यादि में उठापटक के बावजूद आम रुझान तेजी का बना रहेगा।
गेहूं, गवारा, मटर, मक्की, चने, जौ, बाजरा, अरहर, मूंग, माष तथा अन्य अनाज पदार्थों व दालों इत्यादि में रेट धीरे-धीरे तेजी के प्रभाव में चलते जाएंगे-वैसे 10, 11 अक्तूबर घटाबढ़ी होगी। हाजिर मार्कीट में ग्राहकी तथा माल की मांग का प्रैशर रहने तथा लवाल के एक्टिव रहने से रेटों में प्लस का रुझान बना रहने की आशा।