Mahakumbh Amrit snan: महानिर्वाणी अखाड़े ने की अमृत स्नान की शुरुआत
punjabkesari.in Tuesday, Feb 04, 2025 - 07:51 AM (IST)
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Mahakumbh Amrit snan: प्रयागराज में वैसे भी गंगा और यमुना के साथ ज्ञान की देवी मां सरस्वती की धारा का संगम होता है। इसी संयोग ने इस अमृत स्नान को अलौकिक बना दिया। बसंत पंचमी के पावन पर्व पर अपनी सनातन परंपरा का अनुगमन करते हुए साधु-संन्यासियों के अखाड़ों ने पूरे विधि-विधान से शोभा यात्रा निकालते हुए अमृत स्नान किया। अमृत स्नान की शुरुआत महानिर्वाणी अखाड़े के स्नान के साथ हुई। इसके बाद पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार निरंजनी अखाड़ा, पंचदशनाम जूना अखाड़े के साथ आवाहन और पंच अग्नि अखाड़े के नागा साधुओं ने स्नान किया।
संन्यासी अखाड़ों के बाद वैष्णव और उदासीन अखाड़ों का अमृत स्नान हुआ और सबसे आखिर में निर्मल अखाड़े में अमृत काल में अमृत स्नान किया।
अमृत स्नान की मान्यता
त्रिवेणी के तट पर पहला अमृत स्नान कर्म का माना जाता है।
दूसरा अमृत स्नान भक्ति का माना जाता है ।
तीसरा अमृत स्नान ज्ञान का माना जाता है।