Maa Chintpurni Mela 2025: माता श्री चिंतपूर्णी में शुरू हुआ श्रावण अष्टमी नवरात्र मेला, तस्वीरों में करें दर्शन
punjabkesari.in Friday, Jul 25, 2025 - 11:48 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
ऊना (अमित शर्मा): उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर में आज 25 जुलाई शुक्रवार की सुबह श्रावण अष्टमी नवरात्र मेले का शुभारंभ विधिवत पूजा-अर्चना और हवन-यज्ञ के साथ किया गया। मंदिर के पुजारी वर्ग ने विशेष हवन में आहुतियां अर्पित कर मेले की धार्मिक शुरुआत करी। श्रावण अष्टमी पर शुरू हुए इस विशेष आयोजन के पहले ही दिन हजारों श्रद्धालुओं ने माता रानी के पवित्र पिंडी के दर्शन किए और मन्नतें मांगी।
पूरे मंदिर परिसर को रंग-बिरंगे फूलों और लाइटिंग से दुल्हन की तरह सजाया गया है, जो श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी और देहरा की विधायक कमलेश ठाकुर भी इस अवसर पर मंदिर पहुंची और मां चिंतपूर्णी का आशीर्वाद लिया। यह मेला माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर में साल भर के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक माना जाता है, जिसमें देश भर से भक्त बड़ी संख्या में शामिल होते हैं।
उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठों में से एक माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर में शुक्रवार को श्रावण मास के नवरात्रों का भव्य आगाज हो गया। धार्मिक आस्था से ओतप्रोत यह पावन मेला आगामी दस दिनों तक श्रद्धा, भक्ति और उल्लास के वातावरण में मनाया जाएगा। नवरात्रों के पहले ही दिन देश-विदेश से आए हजारों श्रद्धालुओं ने मां की पवित्र पिंडी के दर्शन कर पुण्य अर्जित किया। श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ और नवरात्रों की महत्ता को देखते हुए चिंतपूर्णी मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों और रोशनी से भव्य रूप से सजाया गया है। मंदिर परिसर में हर ओर भक्ति संगीत, घंटियों की ध्वनि और जय माता दी के जयघोष गूंजते सुनाई दे रहे हैं।
श्रावण नवरात्रों के शुभारंभ के अवसर पर प्रदेश की देहरा विधानसभा क्षेत्र की विधायक कमलेश ठाकुर भी चिंतपूर्णी मंदिर पहुंचीं और मां के दरबार में शीश नवाकर आशीर्वाद प्राप्त किया। उनके साथ आए श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने भी इस अवसर पर मंदिर परिसर में पूजा-अर्चना की। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन द्वारा व्यापक प्रबंध किए गए हैं। पूरे मेला क्षेत्र को 10 सेक्टरों में बांटा गया है। प्रत्येक सेक्टर में एक-एक सेक्टर मजिस्ट्रेट और एक-एक पुलिस अधिकारी की तैनाती सुनिश्चित की गई है, जिससे किसी भी आपात स्थिति से निपटने में आसानी हो। मेले की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए लगभग 1200 पुलिसकर्मी और होमगार्ड जवानों की तैनाती की गई है।
इसके अलावा मंदिर न्यास द्वारा पूरे मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं ताकि हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा सके। मंदिर पुजारी संदीप कालिया ने बताया कि मेले के चलते शुक्रवार सुबह 3 बजे ही मंदिर के कपाट खोल दिए गए, ताकि श्रद्धालु सुबह-सवेरे दर्शन का लाभ प्राप्त कर सकें। उन्होंने बताया कि इस बार दुर्गा अष्टमी 1 अगस्त को मनाई जाएगी, जबकि 2 अगस्त को नवमी का पर्व मनाया जाएगा। उन्होंने मां चिंतपूर्णी से समस्त विश्व के स्वास्थ्य, शांति और सुख-समृद्धि की प्रार्थना की।