Jayanti Mata Mandir: माता जयंती का वो मंदिर जहां पन्नी और नाड़े की डोर में छुपा है मां का आशीर्वाद
punjabkesari.in Monday, Sep 15, 2025 - 03:42 PM (IST)

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Jayanti Mata Mandir: खंडवा जिले में स्थित जयंती माता मंदिर विंध्याचल की पहाड़ियों और घने जंगलों के बीच बसा बहुत प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर अपनी खास मान्यता और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। माता रानी का यह मंदिर अपनी अनोखी और चमत्कारी मान्यता के लिए बहुत मशहूर है। इस मंदिर में हर साल बहुत बड़ी संख्या में श्रद्धालु ता का आशीर्वाद लेने आते हैं। साथ ही यह मंदिर उन श्रद्धालुओं के लिए एक बेहद खास जगह है, जो अपनी मनोकामनाएं पूरी होने की उम्मीद लेकर यहां आते हैं। तो आइए जानते हैं इस मंदिर से जुड़ी अनोखी मान्यता के बारे में-
पन्नी और नाड़े बांधने की मान्यता
जयंती माता मंदिर की खास बात यह है कि यहां भक्त पन्नी और नाड़े बांधते हैं। ऐसा माना जाता है कि जब कोई श्रद्धालु अपनी मनोकामना के साथ यहां पन्नी और नाड़े बांधता है, तो माता जयंती उनकी इच्छाओं को पूरा करती हैं। इस वजह से यह मंदिर लोगों के लिए आस्था और विश्वास का प्रतीक बन गया है। मंदिर की यह अनूठी प्रथा न केवल श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक शांति का स्रोत है, बल्कि यहां की सांस्कृतिक धरोहर भी बनी हुई है। लोग अपने परिवार के सुख-शांति, स्वास्थ्य, समृद्धि और सफल जीवन के लिए यहां विशेष पूजा-अर्चना करते हैं।
मंदिर की विशेषता
यह मंदिर पहाड़ों की गोद में स्थित है और यहां का माहौल अत्यंत शांत और दिव्य माना जाता है। मंदिर के परिसर में हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं, जो अपनी मनोकामनाओं के साथ माता की भव्य मूर्ति के सामने प्रार्थना करते हैं। जयंती माता मंदिर में हर साल चार नवरात्रियां बहुत धूमधाम से मनाई जाती हैं। इस मंदिर में हर मंगलवार जयंती माता को प्रसन्न करने के लिए सिंदूर चढ़ाया जाता है। नवरात्रि के समय यहां बहुत बड़ा मेला लगता है। यहां के पुजारी बताते हैं कि भक्तों की अनगिनत इच्छाएं जैसे- परिवार की खुशहाली, नौकरी में सफलता, स्वास्थ्य लाभ और पढ़ाई में सफलता की कामनाएं पूरी हुई हैं।