Hindu New Year 2025: 30 मार्च से शुरू हो रहा है हिंदू नववर्ष, इन राशियों के शुरू होंगे अच्छे दिन
punjabkesari.in Friday, Mar 07, 2025 - 12:07 PM (IST)
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Hindu New Year 2025: अंग्रेजों का नया साल 1 जनवरी से शुरू हो गया था लेकिन हमारा साल अभी आने वाला है। सनातन परंपरा में नए साल की शुरुआत नव संवत से होती है और नव संवत शुरू होने जा रहा है 29 मार्च को शाम 4 बजकर 28 मिनट पर। इस समय आप पर चैत्र मस की अमावस्या समाप्त होगी और प्रतिपदा तिथि शुरू होगी। लिहाजा नवसंवत की शुरुआत अगले दिन यानि 30 मार्च से मानी जाएगी और विकर्मी संवत 2082 शुरू हो जाएगा। यह अगले साल 10 मार्च तक चलेगा। संवत की शुरुआत रविवार के दिन होने से साल का राजा सूर्य होगा और इस साल सूर्य का मेष राशि में प्रवेश भी रविवार को होने जा रहा है। लिहाजा इस साल का मंत्री भी सूर्य ही होगा। हर साल सूर्य जब राहु के आर्द्र नक्षत्र में प्रवेश करते हैं, तो उस समय एक कुंडली बनती है। सूर्य 22 जून को आर्द्र नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और इस दिन भी रविवार है। हिन्दू कैलेंडर के हिसाब से हर साल स्टार्स की एक केबिनेट बनती है जिसमे अलग-अलग ग्रहों को पदभार मिलता है। राजा भी सूर्य हैं, मंत्री भी सूर्य हैं और मेघेश भी सूर्य ही हैं। सूर्य चूंकि शुष्क ग्रह है और राजा और मंत्री होने के साथ-साथ मेघेश का प्रभार भी सूर्य के पास है। इस साल मानसून सामान्य नहीं रहेगा और देश के कुछ इलाके सूखे की चपेट में आ सकते हैं। इससे फसलों का उत्पादन प्रभावित हो सकता है, जिससे महंगाई बढ़ेगी और अर्थव्यवस्था अपर भी इसका प्रभाव नजर आएगा। सूर्य के प्रभाव के कारण राजसिक प्रवृत्तियां अधिक बढ़ेंगी और शासन प्रशासन में आपसी टकराव बढ़ेगा। सूर्य के प्रभाव के कारण ही जंगलों में आग लगने की घटनाएं और बड़े अग्नि काण्ड इस साल ज्यादा हो सकते हैं। सूर्य के ही राजा और मंत्री होने के कारण इस साल केंद्र और राज्य सरकारों के मध्य टकराव भी बढ़ता हुआ नजर आएगा। यह साल मोटे तौर पर अनुशासन का साल है जो भी जातक इस साल सूर्य की तरह अनुशासन में रहेंगे, उन्हें सफलता मिलनी निश्चित है। जो अनुशासन में नहीं रहेंगे उनका नाकाम होना भी उतना ही निश्चित है। तो आइए देखते हैं कि सूर्य का प्रभाव इस साल कौन-कौन सी राशि पर रहेगा ?
मेष राशि: मेष राशि के जितने भी जातक केतु के नक्षत्र में पैदा हुए हैं और उनकी उम्र लगभग 20 से 30 साल के बीच में है। मेष राशि के कई जातक हैं जो शुक्र के नक्षत्र में पैदा हुए हैं, उनके ऊपर भी सूर्य चल रहा होगा लेकिन उनका एज ग्रुप थोड़ा सा अलग हो जाएगा। केतु वाले नक्षत्र है उनके ऊपर इसका प्रभाव ज्यादा नजर आएगा। मेष राशि के लिए सूर्य पंचम भाव के स्वामी हो जाते हैं चूंकि महादशा नाथ सूर्य हो जाएंगे। पंचमेश कुंडली का दूसरा सबसे शुभ ग्रह होता है, लग्न के मित्र होते हैं। मेष राशि मंगल की राशि है, सूर्य उसके मित्र हैं। 20 से 30 वर्ष की आयु के लोग जितने भी हैं जो प्रोफेशनल लाइफ में एंट्री कर रहे हैं। खासतौर पर जिनका मेडिकल से वास्ता है उनको डेफिनेटली सफलता मिलेगी। पंचम भाव आपका इजी गेंस का भाव होता है। इस साल में आपको इजी गेस मिल सकते हैं। जिनके घर संतान नहीं है उनको संतान होने की सम्भावना है। आप कोई भी फैसला लेंगे कोई भी डिसीजन मेकिंग करेंगे, उसमें डेफिनेटली आप पूरा बुद्धि-विवेक का इस्तेमाल करेंगे। मेष राशि के जातकों के लिए रिश्ता नहीं हुआ है उनका रिश्ता होने की सम्भावना है। मेडिकल प्रोफेशन वालों के लिए समय इसलिए अच्छा है क्योंकि सूर्य स्वास्थ्य के भी कारक होते हैं। निश्चित तौर पर मेष राशि के जातकों को पांचवें भाव के अच्छे फल मिलेंगे। पांचवां भाव कुंडली का दूसरा सबसे शुभ भाव होता है तो सूर्य का प्रभाव होने के कारण चूंकि महादशा नाथ सूर्य हो जाएगा, तो निश्चित तौर पर उन चीजों का फायदा आपको जो सूर्य से संबंधित है।
कर्क राशि: कर्क राशि के जितने जातक जिनका जन्म अश्लेषा नक्षत्र के आखिरी दो चरणों में हुआ है। आपका जन्म अश्लेषा नक्षत्र के आखिरी दो चरणों में यानी कि बुध के नक्षत्र में और दो चरणों में और यदि आपका जन्म यहां पर है तो आपको जन्म के समय जो बुध की दिशा मिलती है। जिनकी उम्र 34 साल के आसपास है 30 से 35 साल मान के चलिए उनके ऊपर भी सूर्य चल रहा है तो उनको डेफिनेटली इस चीज का बहुत लाभ मिलेगा। आपको धन के लिहाज से पैसा मिलेगा। सूर्य आपके लिए दूसरे भाव के स्वामी हो जाते हैं। निश्चित तौर पर दूसरे भाव के अच्छे फल सूर्य जरूर करना चाहेंगे आपके लिए आपको निश्चित तौर पर इसका बहुत फायदा मिलेगा स्वास्थ्य के लिहाज से भी आपको फायदा मिलेगा पैसे के लिहाज से भी आपको फायदा मिलेगा जो लोग लाइफ में पहली जॉब करना चाहते हैं या जो नया काम करना शुरू करना चाहते हैं उनके लिए भी सूर्य डेफिनेटली इस साल बेटर रिजल्ट लेकर आएगा।
सिंह राशि: सिंह राशि के जातक जो मघा नक्षत्र में पैदा होते हैं। जिनकी उम्र 20 से 25 है उनके ऊपर सूर्य चल रहा है तो सूर्य इसलिए बहुत इंपॉर्टेंट है।आपको बेनिफिट जरूर मिलेगा। लग्न से आपकी ओवरऑल डेवलपमेंट देखी जाती है। लगन से आपका हेल्थ देखा जाता है, जब आपका लगन मजबूत होता है तो लाइफ के सारे एस्पेक्ट मजब मजबूत हो जाते हैं। सूर्य करियर का कारक होता है डेफिनेटली आपके करियर को नई ऊंचाई पर लेकर जाएगा। यह एक साल आपके लिए बहुत इंपॉर्टेंट है, आपको अनुशासन में रहकर काम करना चाहिए। आपको डेफिनेटली उसका रिजल्ट मिलेगा।
वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि जिनका जन्म ज्येष्ठा नक्षत्र में हुआ है आपकी उम्र लगभग 40 साल के आसपास क्योंकि यदि आपका जन्म ज्येष्ठा नक्षत्र में है और तीसरे चौथे चरण में है तो आपको बुध के छाया सात साल मिलेंगे। शुक्र के 44 और 35 साल के आसपास जिनकी उम्र है। उनके ऊपर सूर्य इस समय चल रहा है। वृश्चिक राशि के जितने भी जातक हैं उनके लिए सूर्य दशम भाव का स्वामी दशम भाव के स्वामी बनता है।
धनु राशि: धनु राशि के जो जातक मूला नक्षत्र में पैदा हुए हैं। मूला नक्षत्र केतु का नक्षत्र होता है। मूला नक्षत्र में पहले चरण में जो पैदा हुए हैं और उम्र 20 से 25 साल है। जब सूर्य की महादशा आपके ऊपर चल रही है तो डेफिनेटली आपको उसका बहुत फायदा होगा क्योंकि सूर्य महादशा नाथ है। सूर्य बहुत पावरफुल है धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य भाग्य स्थान के स्वामी है। भाग्य स्थान कुंडली का सबसे शुभ स्थान होता है। पंचम से संतान देखी जाती है। नौवा पंचम का पंचम होता है तो निश्चित तौर पर यदि संतान नहीं है तो संतान आ जाएगी। भाग्य आपका साथ देता हुआ नजर आएगा।
मीन राशि: मीन राशि के जितने भी जातक रेवती नक्षत्र में पैदा हुए हैं। रेवती सबसे आखिरी नक्षत्र होता है, यह 27 वां नक्षत्र है। रेवती नक्षत्र के तीसरे और चौथे चरण में जो पैदा हुए हैं और उनकी उम्र 34-35 साल के आसपास है तो उनको डेफिनेटली इस चीज का बहुत फायदा होगा। सूर्य की दशा चल रही है हालांकि सूर्य आपके लिए छठे भाव के स्वामी हो जाते हैं। सिंह राशि वह छठे भाव में आ जाती है, तो सूर्य डेफिनेटली आपको छठे भाव के अच्छे फल करके जाएंगे। यदि आपके ऊपर कोई कोर्ट केस है तो कोर्ट केस निपट हुआ नजर आएगा। यदि आपके ऊपर कोई कर्जा चढ़ा हुआ है तो कर्ज की स्थिति से आप धीरे-धीरे निकलते हुए नजर आएंगे। डेफिनेटली हेल्थ के मामले में आपका अच्छा बना रहेगा।