जीवन के हर क्षेत्र में मिलेगी सफलता बस मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर राशि अनुसार करें इन चीजों का दान
punjabkesari.in Wednesday, Dec 03, 2025 - 03:23 PM (IST)
Margashirsha Purnima 2025: हिंदू पंचांग में मार्गशीर्ष पूर्णिमा का विशेष महत्व है, जिसे साल की सबसे पवित्र पूर्णिमा तिथियों में से एक माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि आप इस शुभ अवसर पर अपनी राशि के स्वामी ग्रह के अनुसार कुछ विशेष वस्तुओं का दान करते हैं, तो यह आपके भाग्य को जागृत करता है। तो आइए जानते हैं कि जीवन के हर क्षेत्र में सफलता, समृद्धि और खुशहाली सुनिश्चित करने के लिए आपको मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर अपनी राशि के अनुसार किन वस्तुओं का महादान करना चाहिए।

मेष और वृश्चिक राशि
मेष और वृश्चिक राशि के जातकों को लाल रंग के वस्त्र, गुड़, मसूर की दाल, या लाल फल का दान करना चाहिए। यह दान आपके आत्मविश्वास में वृद्धि करेगा और आपके करियर में आ रही बाधाओं को दूर करेगा।
वृषभ और तुला राशि
इन राशियों के लिए सफेद वस्तुएं शुभ हैं। चावल, चीनी, दूध, सफेद कपड़े, या सुगंधित इत्र का दान करें। यह दान आपके भौतिक सुख-सुविधाओं और प्रेम/वैवाहिक जीवन में खुशहाली लाएगा।
मिथुन और कन्या राशि
मिथुन और कन्या राशि के जातक हरी मूंग दाल, हरे वस्त्र, या पालक जैसी हरी सब्जियां दान करें। विद्यार्थियों को कलम या किताबें दान करना भी उत्तम है। यह दान आपके संचार कौशल को मजबूत करेगा और बुद्धि तथा व्यापार में सफलता दिलाएगा।

कर्क राशि
कर्क राशि वाले पूर्णिमा पर चांदी, मोती, सफेद मिठाई या दूध का दान करें। यह दान आपके मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक स्थिरता को बढ़ाएगा, जिससे परिवार में शांति आएगी।
सिंह राशि
सिंह राशि के लोग गेहूं, गुड़, लाल या नारंगी रंग के वस्त्र, या किसी ज़रूरतमंद को दवाइयां दान करें। यह दान आपको उच्च पद दिलाएगा, मान-सम्मान में वृद्धि करेगा और करियर में नेतृत्व क्षमता प्रदान करेगा।
धनु और मीन राशि
इन राशियों को चने की दाल, हल्दी, पीले वस्त्र, या धार्मिक पुस्तकें दान करनी चाहिए। यह दान ज्ञान, भाग्य और आर्थिक समृद्धि को बढ़ाएगा। विवाह संबंधी बाधाएं भी दूर होंगी।
मकर और कुंभ राशि
मकर और कुंभ राशि के जातकों को काले तिल, सरसों का तेल, कंबल, या लोहे की कोई वस्तु दान करनी चाहिए। यह दान आपके करियर में स्थिरता लाएगा, श्रम का फल देगा और सभी प्रकार के रोगों तथा कष्टों से मुक्ति दिलाएगा।

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