शाम 4:30 से 7 के बीच कर लें ये काम, शिव जी दिखाएंगे अपना कमाल
punjabkesari.in Thursday, Feb 06, 2020 - 01:33 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
06 फरवरी, 2020 यानि माघ मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि गुरुवार को प्रदोष व्रत मनाया जा रहा है। गुरुवार को पड़ने के कारण इस व्रत को गुरु प्रदोष के नाम से जाना जाता है। हिंदू धर्म में के अनुसार प्रत्येक माह में आने वाले प्रदोष व्रत का अधिक महत्व है। शास्त्रों हर प्रदोष का अपना महत्व है। इसी के मुताबिक गुरु प्रदोष व्रत को लेकर मान्यता है इस दिन उपवास व शिव शंकर के पूजन से विद्या तथा बुद्धि का प्राप्ति होती है। इतना ही नहीं बल्कि इसके अलावा भी कई तरह के लाभ प्राप्त होते हैं। इसके अलावा कई तरह के उपाय करने से ऐसे-ऐसे लाभ प्राप्त होते हैं, जिनका शायद आप ने सोचा भी नहीं होगा। हम जानते हैं अब आपके मन में इन उपायों को जानने की इच्छा ज़रूर जाग गई होगी। घबराईए मत हम आपकी इस इच्छा को ज़रूर पूरा करेंगे। बल्कि हम आपको ऐसे उपाय बताएंगे जिन्हें अगर आप ने आज शाम को कर लिया तो यकीनन शिव जी की कृपा से आपका जीवन बदल सकता है।
कहा जाता है कि जो व्यक्ति गुरुवारी प्रदोष का व्रत रखता है उस व्यक्ति को 2 गायों के दान समान पुण्य की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में इससे जुड़ी कथा है कि जिस अनुसार एक दिन जब चारों दिशाओं में अधर्म का बोलबाला नज़र आएगा, अन्याय और अनाचार अपनी चरम सीमा पर होंगे, व्यक्ति में स्वार्थ भाव बढ़ने लगेगा, और व्यक्ति सत्कर्म के स्थान पर छुद्र कार्यों में आनंद लेगा, और इस दौरान जो लोग पाप के भागी बनेंगे। अगर वे प्रदोष व्रत करने के साथ-साथ भगवान शिव जी की विशेष पूजा करेंगे तो उनके इस जन्म के ही नहीं बल्कि अन्य जन्म-जन्मान्तर के पाप कर्म भी नष्ट हो जाएंगे हैं तथा उन्हें उत्तम लोक व मोक्ष की प्राप्ति की प्राप्ति होगी।
तो चलिए आपका इंतज़ार को खत्म करते हुए आपको बताते हैं आज शाम 4:30 से 7 बज के बीच किया जाने वाले खास उपाय के बारे में-
त्रयोदशी तिथि को प्रदोष काल यानि सूर्यास्त से तीन घड़ी पहले शाम 4:30 बजे से लेकर शाम 7:00 बजे के बीच शिव जी की पूजा करें। संभव हो तो पूजा से पहले व्रती शाम को दोबारा स्नान कर स्वच्छ श्वेत वस्त्र धारण कर लें।
सबसे पहले पूजा स्थल या शिव मंदिर में पूजा के लिए सारी सामग्री एकत्रित करें। अब कलश अथवा लौटे में शुद्ध जल भर लें।
कुश के आसन पर बैठ कर “ॐ नम: शिवाय” बोलते हुए शिव जी को जल अर्पित करें। फिर दोनों हाथ जोड़कर शिव जी को नमस्कार करें फिर इस मंत्र का 11 माला जप करें। इससे आपके जीवन की सारी समस्याएं खत्म हो जाएंगी।
इसके अलावा इस मंत्र- “ॐ ह्रीं क्लीं नम: शिवाय स्वाहा का 108 बार गाय के घी व हवन सामग्री से यज्ञ करें। कुछ ही दिनों नें आपकी शिव कृपा से होने वाले चमत्कार दिखाई देने लगेंगे।