सुबह उठने के बाद कभी न लें ये नाम वरना...

punjabkesari.in Sunday, Nov 17, 2019 - 12:30 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
अगर सुबह की शुरूआत अच्छी हो तो सारा दिन हर इंसान का बहुत अच्छे से बीतता है। लेकिन वहीं दूसरी ओर अगर इंसान सुबह-सुबह उठकर ही पर्शानी में रहेगा तो मन बेचैन व आलसी हो जाता है और इसके साथ ही पूरा दिन व्यक्ति कुछ न कुछ अजीब ख्यालों में रहता है। कुछ मान्यताओं और शास्त्रों के अनुसार इसका असली कारण सुबह के समय की गई गलतियां होती हैं। ऐसे में आज हम आपको उन्हीं गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं। 
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शास्त्रों के अनुसार सुबह उठकर कभी भी आईने में अपनी सूरत नहीं देखनी चाहिए। इससे पूरे दिन नकारात्मक उर्जा का प्रभाव अपने उपर बना रहता है। सुबह नींद खुलते ही किसी व्यक्ति का चेहरा भी देखने से बचना चाहिए।
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सुबह जब नींद खुलती है तो आपका शरीर स्थिल होता है और आप दूसरे की उर्जा के प्रभाव में जल्दी आ जाते हैं। अगर कोई नकारात्मक उर्जा के प्रभाव में है तो आप भी इसके प्रभाव में आ जाते हैं। इसलिए सबसे पहले अपने ईष्ट देवता का ध्यान करें और उनके दर्शन करें। अगर ऐसा संभव नहीं हो तो अपनी हथेली देखकर भगवान का ध्यान करें। इससे आत्मबल बढ़ेगा और सकारात्मक उर्जा का संचार होगा।
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सुबह के समय भोजन करने से पहले पशु या किसी गांव का नाम नहीं लेना चाहिए। इससे भी दिन प्रतिकूल हो जाता है। खास तौर पर बंदर तो बिल्कुल भी नहीं बोलें। रामचरित मानस के सुंदरकांड में साफ-साफ लिखा है हनुमान जी कहते हैं मैं जिस कुल से यानी वानर कुल से हूं और जो कोई सुबह-सुबह मेरा नाम लेता है उसे उस दिन समय पर भोजन नहीं मिलता है। 'प्रात लेइ जो नाम हमारा। तेहि दिन ताहि न मिलै अहारा॥' इसका मतलब यह नहीं कि आप हनुमान जी का नाम नहीं लें। हनुमान जी का खूब नाम लें लेकिन वानर शब्द नहीं बोलें।


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