Paush Month: पौष मास की हर सुबह करें ये विशेष कर्म, बढ़ेगा यश और जीवन में आएगी धन-समृद्धि
punjabkesari.in Thursday, Dec 04, 2025 - 11:08 AM (IST)
Paush Month Upay 2025: पौष मास हिंदू पंचांग में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। धर्मशास्त्रों में इसे सूर्य उपासना का प्रमुख काल बताया गया है। माना जाता है कि पौष की सुबह विशेष रूप से सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित करने से व्यक्ति के जीवन में यश, मान-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। सूर्यदेव को जीवन का आधार और सभी ऊर्जा स्रोतों का केंद्र माना गया है। पौष माह में उनकी उपासना करने से न केवल मानसिक और शारीरिक शक्तियों में वृद्धि होती है, बल्कि व्यक्ति के आत्मविश्वास में भी अद्भुत सुधार देखा जाता है।

5 दिसंबर 2025 से शुरू होगा पौष मास
ज्योतिष एवं पूर्णिमांत पंचांग प्रणाली के अनुसार इस वर्ष पौष माह की शुरुआत सोमवार, 5 दिसंबर 2025 से होगी। विक्रम संवत के दसवें माह के रूप में पौष मास हेमंत ऋतु के मध्य आता है, जब ठंड अपने चरम पर होती है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार इस माह सूर्यदेव ग्यारह हजार रश्मियों के साथ तपकर प्राणियों को ऊष्मा प्रदान करते हैं। शास्त्रों में ऐश्वर्य, धर्म, यश, ज्ञान, श्री और वैराग्य। इन छह गुणों को ‘भग’ कहा गया है। पौष मास में सूर्य इसी भग स्वरूप में पूजित होते हैं, इसलिए उन्हें परब्रह्म की उपाधि दी गई है।

धर्मशास्त्रों में वर्णित सूर्य को अर्घ्य का महत्व
आदित्य पुराण और विभिन्न ग्रंथों में पौष मास के दौरान सूर्यदेव की उपासना का विस्तृत वर्णन मिलता है।
धर्मशास्त्रों के अनुसार तांबे के पात्र में शुद्ध जल भरें। उसमें लाल चंदन, लाल पुष्प मिलाएं। सूर्योदय के समय अर्घ्य दें। सूर्य मंत्र का जाप करते हुए व्रत का पालन करें। सूर्यदेव को तिल-चावल की खिचड़ी का भोग लगाएं। ऐसा करने से यश में वृद्धि, ज्ञान का विस्तार, कार्यों में तरक्की और मानसिक स्थिरता प्राप्त होती है।
पौष मास में सूर्य पूजा मंत्र
ॐ घृणिः आदित्य सूर्याय नमः॥
इस मंत्र के जप से सूर्यदेव की विशेष कृपा प्राप्त होने का उल्लेख धर्मशास्त्रों में मिलता है।

पौष माह में सूर्यदेव के प्रमुख उपाय
ज्ञान में वृद्धि के लिए
सूर्यदेव पर लाल गुड़हल के 10 फूल अर्पित करें। मान्यता है कि इससे बुद्धि का विकास होता है और निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है।
यश प्राप्ति के लिए
सूर्यदेव को कर्पूर एवं केसर जलाकर धूप दिखाएं। यह उपाय सम्मान, प्रतिष्ठा और सामाजिक मान बढ़ाने के लिए श्रेयस्कर बताया गया है।
करियर और तरक्की के लिए
लाल चंदन मिलाए हुए जल को तांबे के लोटे से सूर्यदेव को अर्घ्य दें। इससे नौकरी, व्यापार और आर्थिक जीवन में उन्नति के योग बनते हैं।
पौष मास सूर्य आराधना का पवित्र काल है। इस दौरान किए गए विशेष उपाय न केवल आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करते हैं, बल्कि भौतिक सुख–संपत्ति, यश और तरक्की के द्वार भी खोलते हैं। पौष की सुबह सूर्यदेव को अर्घ्य देकर यदि व्यक्ति नियमित रूप से उपासना करे, तो जीवन में सकारात्मक परिवर्तन अवश्य देखने को मिलते हैं।
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Content Writer
Niyati Bhandari