श्री गणेश विसर्जन: इन मंत्रों का जप करते हुए दें बप्पा को बिदाई

punjabkesari.in Friday, Sep 17, 2021 - 03:52 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
गणेश चतुर्थी से शुुुरु होने वाले गणेश उत्सव का समापन अनंत चतुर्दशी के दिन होता है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार इस दिन लोग घर लाए गणपति बप्पा को जिस तरह से धूम धाम से घर लाते है, ठीक उसी तरह से धूम-धाम से विदा देते हुए पावन नदियों में इनकी प्रतिमा का विसर्जन करते हैं। बता दें इस बार अनंत चतुर्दशी तिथि 19 सितंबर को है। जिस दिन पूर विधि विधान तथा पूजन के साथ गणपति बप्पा को विदा दी जाती है। ज्योतिष शास्त्र की बात करें तो इसमें बताया गाया है कि गणपति विसर्जन के दौरान अगर निम्न दिए गए 2 मंत्रों का जप न किया जाए तो विसर्जन के विधि अधूरी मानी जाती है। तो आइए जानते हैं कौन से वो मंत्र, जिनसे विसर्जन विधि पूर्ण होती है तथा गणपति बप्पा का आशीर्वाद प्राप्त होता है। 

श्री गणेश विसर्जन मंत्र -
यान्तु देवगणा: सर्वे पूजामादाय मामकीम्।
इष्टकामसमृद्धयर्थं पुनर्अपि पुनरागमनाय च॥

श्री गणेश विसर्जन मंत्र -
गच्छ गच्छ सुरश्रेष्ठ स्वस्थाने परमेश्वर।
मम पूजा गृहीत्मेवां पुनरागमनाय च॥

ध्यान रखें कि गणपति देवता हो या अन्य कोई देवी-देवती, किसी भी देवता से जुड़े मंत्र तब तक सिद्ध नहीं होते। जब मंत्र जप करने वाले का मन शुद्ध न हो। इसलिए जब भी किसी मंत्र का जप करें मन में किसी प्रकार का द्वेष, बुरी भावना, ईर्ष्या नहीं होनी चाहिए। 

इसके अलावा यहां जानें इस दिन यानि 19 सितंबर, रविवार को श्री गणेश प्रतिमा विसर्जन के शुभ मुहूर्त-
चतुर्दशी तिथि का प्रारंभ- 19 सितंबर 2021 को 05.59 मिनट से हो रहा है और 20 सितंबर 2021 को 05.28 मिनट पर चतुर्दशी तिथि समाप्त होगी।
* प्रातः- 07.40 मिनट से दोपहर 12.15 मिनट तक।
* अपराह्न- 01.46 मिनट से 03.18 मिनट तक।
* सायंकाल- 06.21 मिनट से 10.46 मिनट तक।
* रात्रि- 01.43 मिनट से 03.12 मिनट तक।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Jyoti

Related News