ग्रहों के कोप से पैदा होते हैं रोग, जानिए आप पर है कौन सी ग्रह दशा भारी

punjabkesari.in Thursday, Jan 05, 2017 - 03:20 PM (IST)

किसी भी परेशानी का हल तब ही ठीक से निकल पाता है जब दिक्कत का ठीक से पता हो। हर ग्रह अलग-अलग अंगों का कारक है और अगर हमारी राशि में किसी ग्रह में भी कोई दोष है तो हमें बीमारी का सामना करना ही पड़ेगा। सूर्य हड्डियों का कारक है अगर किसी व्यक्ति विशेष को हड्डियों का कोई रोग है तो उसे सूर्य ग्रह के उपाय से लाभ प्राप्त होगा। इस हेतु गेहूं सोना, ताम्बा, गुड़ आदि के दान से लाभ मिलता है। 


इसी तरह चंद्रमा से विशेष फल की प्राप्ति होगी। सर्दी, जुकाम का भी कारक चन्द्र ही है। चन्द्र ग्रह के उपाय हेतु चावल, जल, दूध, चांदी, चीनी का दान अत्यंत उत्तम बताया गया है। 


राहू और केतु की शांति के लिए सूजी के हलवे और मूली के दान से लाभ मिलता है। बुखार, दुर्घटना का कारक मंगल ग्रह है। गुड़ का दान मंगल के लिए उत्तम है।


माना जाता है कि अगर कोई जातक गायों को गुड़ खिलाता है तो उसका सूर्य और मंगल दोनों ही प्रभावी रहेंगे।


बुध ग्रह हरे रंग को संबोधित करता है। गायों को हरा चारा डालना, हरी मूंग का दान बुध के विशेष उपाय हैं। खांसी, गले के रोगों का कारक ही बुध है अगर बुध के उपाय किए जाएं तो जातक को इन बीमारियों से जल्दी ही छुटकारा मिलता चला जाएगा।


बृहस्पति ग्रह गुरु का कारक है। गुरु की सेवा से बृहस्पति को बल मिलता है और मनुष्य की हर प्रकार की समस्याएं हल होती हैं। चने की दाल,बेसन, सोना यह सब बृहस्पति के कारक हैं इन चीजों के दान से बृहस्पति को शक्तिशाली किया जा सकता है। अगर किसी व्यक्ति का बृहस्पति खराब है तो वह गुर्दे की तकलीफ, मधुमेह आदि से ग्रस्त रहता है। 


शुक्र ग्रह सुन्दरता का प्रतीक है। इसके कारक हैं चांदी, चीनी और सफेद वस्तुएं। अगर शुक्र ग्रह बलशाली है तो जातक सुखमय जिंदगी जीता चला जाएगा। 


शनि ग्रह कैंसर, दिल से सम्बंधित रोगों का कारक है। शनि से संबंधित वस्तुओं का दान किया जाए तो शनि के दुष्प्रभाव से छुटकारा मिलता चला जाएगा। शनि की कारक वस्तुएं हैं आलू, तेल, लोहा आदि। 


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