धीरूभाई अंबानी के कोट्स से जानें, सपनों को ऊंचाई तक ले जाने का रास्ता
punjabkesari.in Monday, Dec 15, 2025 - 01:21 PM (IST)
Dhirubhai Ambani motivational quotes : भारत के सबसे बड़े उद्योगपतियों में से एक, धीरूभाई अंबानी की कहानी एक छोटे से कर्मचारी से शुरू होकर दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक 'रिलायंस इंडस्ट्रीज' के संस्थापक बनने तक की है। उनका जीवन इस बात का प्रमाण है कि यदि सपने बड़े हों उन्हें पूरा करने की ज़िद हो और कड़ी मेहनत हो, तो कोई भी व्यक्ति शून्य से शिखर तक पहुंच सकता है। तो आइए उनके विचारों से जानते हैं कि सपनों को ऊंचाइयों तक ले जाने का सही रास्ता क्या है।

सपने देखो और उन्हें बड़ा करो
धीरूभाई अंबानी का मूल मंत्र हमेशा सपने देखना था, लेकिन सिर्फ छोटे-मोटे सपने नहीं, बल्कि ऐसे सपने जो दूसरों को अव्यावहारिक लगें। सबसे पहले अपने सपनों को बड़ा करो। यदि आपके सपने छोटे हैं, तो आपकी उपलब्धियां भी छोटी ही रहेंगी। बड़ा सपना देखने की हिम्मत करो। सफलता की शुरुआत केवल इच्छा से नहीं, बल्कि साहस भरे बड़े लक्ष्य निर्धारित करने से होती है। बड़ा लक्ष्य ही आपको बड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करता है।
जोखिम उठाना सीखो
उन्होंने हमेशा यह सिखाया कि कारोबार में सुरक्षा की तलाश करना व्यर्थ है। बड़े मुनाफे हमेशा बड़े जोखिम के साथ आते हैं। जो जोखिम नहीं उठाता, वह जीवन में कुछ नहीं कर सकता। लेकिन जोखिम सोच-समझकर उठाओ, अंदाज़े से नहीं। अपने आरामदायक क्षेत्र से बाहर निकलिए। सफलता की राह पर चलने के लिए हिसाब लगाया हुआ खतरा उठाना आवश्यक है। हर असफलता एक नया पाठ सिखाती है।

सकारात्मकता और अटूट विश्वास
धीरूभाई मानते थे कि किसी भी कार्य की सफलता के लिए आपका अपने विचार पर विश्वास करना सबसे महत्वपूर्ण है। जब आप अपने लक्ष्य में विश्वास करते हैं, तो लगभग आधी जंग जीत चुके होते हैं। सकारात्मकता ही नकारात्मकता को दूर भगाती है। चुनौतियों के समय अपने दृष्टिकोण को सकारात्मक बनाए रखें। जब तक आप खुद पर और अपने सपने पर विश्वास नहीं करेंगे, दुनिया भी आप पर विश्वास नहीं करेगी।
संसाधनों की कमी नहीं, विचारों की कमी है
जब रिलायंस की शुरुआत हुई थी, तब उनके पास सीमित संसाधन थे। उन्होंने सिद्ध किया कि बड़े काम करने के लिए धन या संसाधनों से ज़्यादा महान विचारों की ज़रूरत होती है। अगर आपके पास कोई शानदार विचार है, तो आपको फंडिंग मिल ही जाएगी। अगर विचार ही कमज़ोर है, तो कोई निवेश नहीं करेगा। संसाधनों की कमी का रोना रोने के बजाय, अपने विचारों को मजबूत करने और उन्हें अद्वितीय बनाने पर ध्यान दें।
आलोचना से सीखो
धीरूभाई अक्सर आलोचकों को अपने विकास का हिस्सा मानते थे। लोग आपको तभी पत्थर मारते हैं, जब आप पेड़ों पर फल लगे होते हैं। आलोचना से डरना नहीं, बल्कि उससे सीखना चाहिए। जब लोग आपकी आलोचना करें या आप पर संदेह करें, तो समझ जाइए कि आप सही रास्ते पर हैं और प्रगति कर रहे हैं। हर आलोचना को अपनी कमियों को सुधारने का मौका समझें।
दृढ़ता और हार न मानना
उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण सबक था, हर हाल में अपने लक्ष्य पर दृढ़ रहना। कठिनाइयां आती हैं, लेकिन आपको कभी हार नहीं माननी चाहिए। जिसने हार मान ली, उसकी कहानी वहीं खत्म हो जाती है। सफलता एक सीधी रेखा नहीं है; यह उतार-चढ़ाव से भरी यात्रा है। लगातार प्रयास करते रहना ही सपनों को ऊँचाई तक ले जाने का एकमात्र मार्ग है।
लोगों पर भरोसा और टीम वर्क
अपने सपनों को अकेले साकार करना असंभव है। धीरूभाई ने हमेशा अपने कर्मचारियों पर विश्वास किया और उन्हें आगे बढ़ने का मौका दिया। आप खुद ही सब कुछ नहीं कर सकते। आपको महान टीम की ज़रूरत होगी जो आपके साथ खड़ी रहे। अपनी टीम को सशक्त बनाएं और उन पर भरोसा करें। एक मजबूत टीम ही किसी भी बड़े सपने को ज़मीन पर उतारने में मदद करती है।

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