Diwali: विचार करें, क्या घर-घर में होगी ‘सच्ची दीवाली’
punjabkesari.in Friday, Oct 20, 2023 - 08:09 AM (IST)

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Deepawali 2023: दीपावली का शुभ पर्व सभी के लिए बहुत खास है, जब चारों ओर जगमगाते दीपकों की रौनक दिखाई देती है। सभी के घर विविध प्रकार की मिठाइयां बनती हैं। सभी दीपावली उमंग और उत्साह से मनाते हैं क्योंकि यह विश्व परिवर्तन का संस्मरणीय यादगार पर्व है। सभी त्यौहारों में सबसे अधिक आध्यात्मिक और सबसे ज्यादा खुशी मनाने का यह त्यौहार है, इसीलिए चारों तरफ इसे बड़ी धूमधाम से उमंग-उत्साह से मनाया जाता है। यह त्यौहार हर एक के मन में रोमांच और अद्वितीय खुशी की भावना लाता है।
दीपावली पर हम सभी अपने-अपने मकान की सफाई तो करते ही हैं, परन्तु क्या हमने अपने घर के साथ-साथ मन की सफाई की है?
क्या हमने हमारे अंदर कभी झांक कर देखा है कि किसी के लिए कोई कटुता तो नहीं बाकी रखी, क्योंकि दीपावली का यह त्यौहार अपने मन की सफाई करने का भी प्रतीकात्मक पर्व है। आत्मज्ञान से हमारे अंदर जो विकार, बुराइयां, पुराने आसुरी संस्कारों का कचरा भरा है उसका हम आत्मपरिक्षण कर सकते हैं।
जिन बुराइयों को या पुराने आसुरी संस्कारों को छोड़ना हमें मुश्किल लगता है या छोड़ने के प्रयास करते हुए भी छोड़ नहीं सकते, उन्हें आत्मज्ञान या राजयोग मैडीटेशन से सहज ही छोड़ा जा सकता है। सर्वशक्तिमान परमात्मा से प्राप्त आध्यात्मिक ज्ञान से हम अपने पापों का खाता समाप्त कर पुण्य का खाता बढ़ा सकते हैं।
सच्ची दीपावली मनाने का आध्यात्मिक दृष्टिकोण है अपने अंदर के दुर्गुणों का नाश करके सद्गुणों की वृद्धि करना। अत: अच्छाई की बुराई पर विजय, गुणों की अवगुणों पर विजय, ज्ञान-प्रकाश की अज्ञान-अंधकार पर विजय को ही सच्ची दीपावली मनाना कहते हैं। क्या आपको ज्ञात है कि इंसान एक अजर, अमर, अविनाशी आत्मा है और यह अविनाशी आत्मा ही सच्चा दीपक है, जिसमें परमात्मा ज्ञान का घृत डाल कर और राजयोग की अग्नि से प्रज्ज्वलित करते हैं।
अत: सच्ची दीपावली मनाने के लिए अपने में स्थित आत्मज्योति को महाज्योति अर्थात ईश्वर से मिलन कर शांति, प्रेम, सद्भावना का प्रकाश चारों ओर फैलाना है।